वर्षांत 2024: साल 2024 दुनिया के लिए बहुत ज्यादा खुलासा- स्क्रीनशॉट वाली रही। पहले से ही चल रहा है रूस-यूक्रेन और खोजकर्ता 2023 से चल रहे इजराइल-हमास युद्ध के दौरान कई बार पैदा हुआ ऐसा ही पोलैंड, जिससे दुनिया पर तीसरे विश्व युद्ध का खतरा मंडराने लगा। इतना ही नहीं द्वितीय विश्व युद्ध से भी घातक परमाणु ग्रहों के उपयोग के धमाकियों ने पूरी दुनिया को कई बार हिलाकर रख दिया। वहीं इजराइल-हमास के बीच एक साल पहले हुई जंग पूरे मध्य पूर्व तक शुरू हुई थी। आइए आपको बताते हैं 2024 में दुनिया की ऐसी अहम घटनाएं, जिन्होंने दुनिया को कई बार शान में डाल दिया।
रूस-यूक्रेन युद्ध
फरवरी 2022 से रूस-यूक्रेनी जापानी युद्ध 2024 शुरू हुआ और इसमें भी भारी मौतें हुईं। इस वर्ष अमेरिका के राष्ट्रपति जो गेस्ट्रोल ने अपना अधिकार पूरा करने से पहले जापान को रूस की ओर से श्रेष्ठता प्रदान की, अमेरिका के उपयोग की छूट पर एक तरह से तीसरे विश्व युद्ध की जमीन तैयार करने का काम किया। रूस ने दुनिया की सबसे खतरनाक माने वाली हाईपर सोनिक आईसीबीएम मिसाइल पर हमला कर अपने इरादे को जाहिर कर दिया है कि वह परमाणु हमला करने की जरूरत पर असफल नहीं होगा। रूस ने कई बार जापान की मदद करने वाले नाटो, अमेरिका और ब्रिटेन पर भी हमले की धमकी दी। इससे तीसरे विश्व युद्ध के खतरे की लगातार अनुभूति होती रही। इस बीच रूस ने अपनी परमाणु नीति में संशोधन करके और परमाणु ग्रह के युद्ध क्षेत्र में रॉकेट बनाकर दुनिया को देखने में कई बार बढ़ोतरी की।
इजराइल-हमास युद्ध
7 जनवरी 2023 से शुरू हुआ इजराइल-हमास युद्ध की आग ने धीरे-धीरे लेबनान से लेकर, यमन, ईरान और सीरिया तक को अपनी पहाड़ियों में ले लिया। गाजा में इजरायल के घातक हमले के खिलाफ यमन के हुतियों ने लाल सागर और अदन की खाड़ी में टुकड़ों को मिट्टी बनाना शुरू कर दिया। इससे इजराइल को हमास के साथ हुतियों से भी संघर्ष करना पड़ा। व्यावसायिक रूप से सक्रिय हॉटियनों पर हमले रोकें और उन्हें सबक सिखाने के लिए कई बार अमेरिका और ब्रिटेन ने संयुक्त यमन पर बड़े हवाई हमले किए और हॉटियन्स के अहम निशाने को खत्म किया। इजराइल ने करारा जवाबी हमले में भी कई बार हूतियों पर हमला किया। साल 2024 में इजराइल ने हमास के मुखिया इस्माइल नुकसानया नी इस्माइल हनीएह और याह्या सिनवार की हत्या करके हमास के मुखिया का खुलासा किया। इससे हिजाब और ईरान भी इजराइल से सीधे मोर्चा ले बैठे। गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक इजरायली हमलों में अब तक 45 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
इजराइल-हिजबाद युद्ध
गाजा में इजरायल के मसूद और हमास नेताओं की इजरायली सेना ने हत्या कर दी, लेबनान से ईरान में हिजबा ने भी प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से पंगा ले लिया और तेल-अव पर हमले करना शुरू कर दिया। जवाब में इज़रायली सेना ने हिज़बाबाद पर भीषण हवाई हमला शुरू कर दिया। एक हवाई हमले में हिजाबाद प्रमुख हसन नसरल्लाह मारा गया। इसके बाद नए प्रमुख सफीद्दीन ने भी इजरायली सेना पर हमला कर दिया। बाद में गाजा के कब्जे पर इजरायली सेना ने लेबनान में भी जमीनी अभियान शुरू किया। इजराइल ने पेजर और बैटरी ब्लास्ट करके हिज्ब के हजारों लड़ाकों को मार गिराया। यह इजरायली तकनीक का युद्ध में नया अर्थ था। लेबनान पर इजराइल के हवाई अड्डे और ग्राउंड ग्राउंड से हिज्बुल्ला ने आखिरकार दम तोड़ दिया। इस जंग में 8 हजार से ज्यादा लोग मारे गए। अब इजराइल और हिजब में संघर्ष विराम हो गया।
इजराइल-ईरान युद्ध
इजराइल-हिजबसाईद में संघर्ष विराम होने से पहले हमास प्रमुख इस्माइल खलासी, याह्या सिनेवार और हिजबा प्रमुख हसन नसरल्लाह व हाशिम सफीदीन की हत्या से पहले ईरान बौखला गया था। फ़ौजी महीने में ईरान ने 180 मिसाइलों पर अचानक हमला कर दिया। इससे पूरी दुनिया में हलचल मच गई। तेहरान के इस हमले के बाद इजराइल-ईरान में सीधे जंग के खतरे ने पूरे मध्य पूर्व को युद्ध की आग में झोंक दिया। यहां पहले से यूरोप में चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध और फिर मध्य-पूर्व में भड़की इस भीषण जंग ने तीसरे विश्व युद्ध का खतरा बढ़ा दिया। बाद में इजराइल ने ईरान पर जवाबी हवाई हमला कर अपने गुप्त परमाणु हमले में कई सैन्य ठिकानों को ध्वस्त कर दिया।
सूडान और बांग्लादेश में तख्तापलट
2024 सूडान और बांग्लादेश में गिरे तख्तापलट को भी याद किया जाएगा। अप्रैल 2023 से ही सूडान भयानक गृहयुद्ध की चपेट में है। यहां जुंटा आर्मी ने तख्तापलट कर दिया। इसके बाद सूडान की अर्धसैनिक सेना और सेना की सीधी रूपरेखा सामने आ रही है और वर्षों से दोनों के बीच भीषण जंग चल रही है। इस युद्ध में अब तक हजारों युवा और लोग मारे जा चुके हैं। अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सूडान में इस गृहयुद्ध में 27 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। वहीं बांग्लादेश में अगस्त में छात्रों के आंदोलन ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को सत्ता से बेदखल कर दिया। इसके बाद उन्हें भारत में आश्रय दिया गया। बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस अंतरिम सरकार के मुखिया बने। टैब से सिद्धार्थ पर हमला, मोटापा और जुर्म तेजी से हो गया। बांग्लादेश में सैकड़ों हिंदू लड़कियों और महिलाओं का बलात्कार और लोगों की हत्या कर दी गई। यह अभी भी जारी है।
सीरिया में बैटल
बांग्लादेश के बाद सीरिया में भी सशस्त्र विद्रोहियों ने सत्ता के ख़िलाफ़ संघर्ष छेड़ दिया। पिछले दिनों विद्रोहियों ने सीरिया की राजधानी दमिश्क समेत कई लोगों पर कब्ज़ा कर लिया। इसके बाद सीरिया के राष्ट्रपति बशर-अल-असद का देश ख़त्म हो गया। राष्ट्रपति असद को आख़िरकार रूस ने अपने देश में शरण दी। इसके बाद इजराइल ने सीरिया में कई शत्रुओं पर बड़ा हमला किया और उसके बॅलर जोन पर कब्ज़ा कर लिया।