भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट: भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे तीसरे टेस्ट में भारत की ओर से टीम इंडिया की ओर से दो मैचों की शुरुआत हुई। उन प्लेयर्स में एक नाम सरफराज खान का भी था। दोस्ती की कड़ी मेहनत और टेस्ट के लंबे इंतजार के बाद सरफराज खान ने गुरुवार को भारत के लिए डेब्यू किया। सरफराज खान के डेब्यू मैच में उनके पिता नौशाद खान और उनकी पत्नी स्टेडियम में मौजूद रहे। सरफराज खान को टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी अनिल कुंबले ने टेस्ट कैप दिया। इस पाल को देखते ही उनका पूरा परिवार इमोशनल हो गया, लेकिन उनके पिता इस पाल को स्टेडियम से नहीं देख पाए अगर उनका प्लान अचानक से नहीं बदला जाता।
सरफराज खान के डेब्यू पर हुए इमोशनल
सरफराज खान के डेब्यू मैच के दौरान उनके पिता की आंख लग गई। मैनों इस फिल्म को देखने के लिए काफी लंबे समय से इंतजार कर रहे थे, लेकिन उनके पिता ने एक बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि अगर भारतीय बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव नहीं होते तो शायद वह सरफराज खान को टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करते हुए नहीं देखते। सी. नौशाद इस मैच के लिए राजकोट नहीं आने वाले थे और यहां आने में सूर्यकुमार की अहम भूमिका रही है। नौशाद ने मैच के बाद खुलासा किया कि सूर्यकुमार के संदेश ने उन्हें राजकोट आने के लिए मनाया।
सूर्यकुमार यादव ने क्या कहा?
नौशाद खान ने कहा कि शुरुआत में मैंने सोचा था कि मैं ऐसा नहीं करूंगा क्योंकि सरफराज पर किसी तरह का दबाव पड़ सकता है और इसके अलावा मुझे कुछ और भी लगा था। लेकिन सूर्या के संदेश से मेरा दिल पिघल गया। सूर्यकुमार यादव ने उनसे कहा कि वह उनकी भावनाओं को समझ सकते हैं। लेकिन जब उन्होंने टेस्ट किया और उनका टेस्ट कैप मिला तो उनके पिता और मां की प्रतिक्रिया बेहद निराशाजनक थी। ये लम्हे बार बार नहीं आते. इसलिए सूर्या ने उन्हें सुझाव दिया कि वह जरूर जाएं।
राजकोट नौशाद कैसे?
सूर्यकुमार के इस संदेश के बाद उनके पिता ने अपनी प्रतिक्रिया साझा करते हुए कहा कि यह संदेश मुलाकात के बाद नौशाद ने राजकोट की यात्रा करने का निर्णय लिया था। उन्होंने कहा कि सूर्या का ये मैसेज मीटिंग के बाद मैं खुद को आने से नहीं रोक पाया। गोली खाओ और कल यहाँ आ गया। सरफराज खान ने अपने डेब्यू मैच में 62 रन की दमदार पारी खेली। हालाँकि वह रन आउट हो गए। जिस कारण वह इस पारी में शतक नहीं बदल सके।
(पीटीआई इनपुट्स)
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