जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा जापान और दक्षिण कोरिया की छह दिवसीय सफल यात्रा के बाद शनिवार सुबह नई दिल्ली लौटे। यह यात्रा ‘भारत-चीन युद्ध’ की तैयारियों का हिस्सा थी।राइजिंग राजस्थान वैश्विक निवेश शिखर सम्मेलन ‘भारत रत्न’ 2024 का वार्षिकोत्सव 9 से 11 दिसंबर तक जयपुर में आयोजित किया जाएगा।
उपमुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री दीया कुमारी ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जी ने जापान और दक्षिण कोरिया का दौरा किया है जो काफी सफल रहा है और वे आज जयपुर लौट रहे हैं।’’
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह यात्रा लोगों को आकर्षित करेगी। निवेश कुमारी ने कहा, ‘‘राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टर मीट से राजस्थान में काफी निवेश आएगा, जो राजस्थान के विकास के लिए महत्वपूर्ण है और इससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।’’
कुमारी ने पर्यटन से जुड़े निवेश की संभावनाओं पर भी प्रकाश डाला। उपमुख्यमंत्री ने कहा, “राजस्थान में पर्यटन की दृष्टि से निवेश की काफी संभावनाएं हैं और अगर निवेश आता है तो राजस्थान की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। हम सभी इसकी तैयारी में जुटे हुए हैं।”
उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार न केवल समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करेगी बल्कि उन्हें प्रभावी ढंग से लागू भी करेगी। उन्होंने कहा, “राइजिंग राजस्थान के जरिए न केवल निवेश के एमओयू होंगे बल्कि हमारी सरकार उन्हें जमीनी स्तर पर लागू भी करेगी।”
मुख्यमंत्री के साथ आए उपमुख्यमंत्री प्रेम चंद बैरवा ने भी इस यात्रा को सफल बताया। बैरवा ने कहा, “यह एक अच्छी यात्रा थी। वहां के निवेशकों का हमारे प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण है और मुख्यमंत्री ने भी उन्हें सकारात्मक तरीके से हर संभव सहायता प्रदान करने का वादा किया है।”
राजस्थान के मंत्री जवाहर सिंह ने कहा, “राज्य में निवेश करने की इच्छुक विभिन्न देशों की कंपनियों को आमंत्रित करने के लिए राजस्थान शिखर सम्मेलन के संबंध में मुख्यमंत्री की यह यात्रा सकारात्मक परिणाम लाएगी – रोजगार पैदा करेगी, और मुझे उम्मीद है कि विदेशी कंपनियां राज्य के साथ समझौता ज्ञापन में प्रवेश करेंगी और राजस्थान के विकास में मदद करेंगी।”
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की भी प्रशंसा करते हुए कहा कि इससे भारत में वैश्विक विश्वास कायम हुआ है।
यात्रा के दौरान, प्रतिनिधिमंडल ने सैमसंग हेल्थकेयर और एलएक्स इंटरनेशनल सहित कई दक्षिण कोरियाई कंपनियों के साथ नए निवेश अवसरों पर चर्चा की।
आगामी राइजिंग राजस्थान शिखर सम्मेलन का उद्देश्य उद्योग एवं वाणिज्य विभाग, निवेश संवर्धन ब्यूरो (बीआईपी) और रीको के सहयोग से वैश्विक निवेश को आकर्षित करना और साझेदारी को प्रोत्साहित करना है।
उपमुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री दीया कुमारी ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जी ने जापान और दक्षिण कोरिया का दौरा किया है जो काफी सफल रहा है और वे आज जयपुर लौट रहे हैं।’’
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह यात्रा लोगों को आकर्षित करेगी। निवेश कुमारी ने कहा, ‘‘राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टर मीट से राजस्थान में काफी निवेश आएगा, जो राजस्थान के विकास के लिए महत्वपूर्ण है और इससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।’’
कुमारी ने पर्यटन से जुड़े निवेश की संभावनाओं पर भी प्रकाश डाला। उपमुख्यमंत्री ने कहा, “राजस्थान में पर्यटन की दृष्टि से निवेश की काफी संभावनाएं हैं और अगर निवेश आता है तो राजस्थान की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। हम सभी इसकी तैयारी में जुटे हुए हैं।”
उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार न केवल समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करेगी बल्कि उन्हें प्रभावी ढंग से लागू भी करेगी। उन्होंने कहा, “राइजिंग राजस्थान के जरिए न केवल निवेश के एमओयू होंगे बल्कि हमारी सरकार उन्हें जमीनी स्तर पर लागू भी करेगी।”
मुख्यमंत्री के साथ आए उपमुख्यमंत्री प्रेम चंद बैरवा ने भी इस यात्रा को सफल बताया। बैरवा ने कहा, “यह एक अच्छी यात्रा थी। वहां के निवेशकों का हमारे प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण है और मुख्यमंत्री ने भी उन्हें सकारात्मक तरीके से हर संभव सहायता प्रदान करने का वादा किया है।”
राजस्थान के मंत्री जवाहर सिंह ने कहा, “राज्य में निवेश करने की इच्छुक विभिन्न देशों की कंपनियों को आमंत्रित करने के लिए राजस्थान शिखर सम्मेलन के संबंध में मुख्यमंत्री की यह यात्रा सकारात्मक परिणाम लाएगी – रोजगार पैदा करेगी, और मुझे उम्मीद है कि विदेशी कंपनियां राज्य के साथ समझौता ज्ञापन में प्रवेश करेंगी और राजस्थान के विकास में मदद करेंगी।”
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की भी प्रशंसा करते हुए कहा कि इससे भारत में वैश्विक विश्वास कायम हुआ है।
यात्रा के दौरान, प्रतिनिधिमंडल ने सैमसंग हेल्थकेयर और एलएक्स इंटरनेशनल सहित कई दक्षिण कोरियाई कंपनियों के साथ नए निवेश अवसरों पर चर्चा की।
आगामी राइजिंग राजस्थान शिखर सम्मेलन का उद्देश्य उद्योग एवं वाणिज्य विभाग, निवेश संवर्धन ब्यूरो (बीआईपी) और रीको के सहयोग से वैश्विक निवेश को आकर्षित करना और साझेदारी को प्रोत्साहित करना है।