इशान किशन श्रेयस अय्यर: श्रेयस अय्यर और ईशान किशन पिछले कुछ समय में अपने प्रदर्शन से तीन चर्चा में नहीं रहे, फुटबॉल खिलाड़ी अब फुटबॉल के सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट आउटडोर से हैं। ब्लास्टर्स ने भले ही बुधवार शाम को इसे बंद कर दिया हो, लेकिन इसके अगले दिन तक सबसे बड़ी बातें उदीयमान को लेकर हो रही हैं। इन सभी के बीच में हम आपको बताते हैं कि स्टेडियम का सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट वॉल से ईशान किशन और श्रेयस स्टेडियम के अलावा क्या-क्या नुकसान हो सकता है।
सेंट्रल कॉन्सट्रेक्ट वाले फुटबॉलर्स को स्टेडियम्स पैसेज देता है
ब्लास्टर्स ओर से अपने सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट वाले खिलाड़ियों का हर साल भुगतान नीचे दिया गया है। अभी तक जो जानकारी है, उसके खाते से एक क्लास क्लास के लिए सात करोड़, ए के लिए 5 करोड़, बी के लिए 3 करोड़ और सी के लिए एक रुपये करोड़ तय है। इसके मैच के अलावा उसके मैच की फीस अलग से दी गई है, जो कि पासपोर्ट के लिए अलग है। हालांकि इस बार जब बास्केटबॉल ने अपने सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट की घोषणा की थी, तो इसमें दवाओं का जिक्र नहीं है, ऐसे में आने वाले वक्त में कुछ बदलाव हो सकते हैं।
श्रेयस अय्यर और ईशान किशन
श्रेयस बी और ईशान सी श्रेणी में थे
साफ है कि श्रेयस स्टेडियम को स्टेडियम में मिलने वाली फीस का नुकसान होगा। श्रेयस अय्यर अब तक श्रेणी बी में थे और ईशान किशन सी श्रेणी में थे। अब आप समझ लीजिए कि साल में इतना नुकसान तो तय हो ही गया। ये तो रही त्रासदी की बात लेकिन नुकसान की सूची भी खत्म नहीं हुई है। जिस खिलाड़ी को ओर से सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट दिया जाता है, उसके लिए एनसीए के दरवाजे हमेशा खुले रहते हैं। खिलाड़ी आवेदन करते हुए अपना राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी कॉलेज में इलाज करा सकते हैं और वहां मौजूद साड़ी लाभों का लाभ उठा सकते हैं। लेकिन जो भी खिलाड़ी सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट में शामिल नहीं होता है, वो अपने राज्य के क्रिकेट एसोसिएशन से जुड़ा होता है। अगर राज्य क्रिकेट एसोसिएशन उन्हें एनसीए भेजती है तो वे जा सकते हैं। लेकिन इसमें झमेला है।
एल्बम कवर से भी हाथ धो बैठेंगे दोनों खिलाड़ी
इसके साथ ही फुटबॉल के सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट में शामिल खिलाड़ियों का एक बड़ा बीमा भी होता है। जिसे अंग्रेजी में दस्तावेज़ कहते हैं। ऐसे में अगर कोई खिलाड़ी आईपीएल या फिर इंटरनेशनल मैच मिस करता है तो उसे इस बीमा का लाभ मिलता है। अभी आपने देखा ही होगा कि जब ऋषभ पंत के साथ भयंकर हादसा हुआ तो उनका इलाज किया गया। इसके बाद इस वक्त मोहम्मद शमी अपना इलाज विदेश में करा रहे हैं, इसका भी सारा खर्चा इसी के तहत किया जा रहा है। ना करे ईशान किशन और भगवान श्रेयस अय्यरी अगर मिलते हैं तो फिर उन्हें भी फायदा नहीं मिलेगा। अर्थात सेंट्रल कॉन्सट्रेक्ट से लाभ एक भी नहीं है, नुकसान ही नुकसान है।
इंडिया टीवी पर गेम की ये खबरें भी पढ़ें
टीम इंडिया के पास करिश्मा का मौका, जो आज तक नहीं हुआ, अब क्या होगा
आईपीएल 2024 से पहले एलएसजी का बड़ा ऐलान, इस खिलाड़ी को दी गई बड़ी जिम्मेदारी