भारतीय नौसेना ने अपने एक बड़े कदम से भारत का तनाव बढ़ने के बाद अपने एक बड़े कदम से तहलका मचा दिया है। भारत ने मार्केट के पास अपना एक नया नौसैनिक एयरपोर्ट (नेवल बेस) बनाया है, जहां से सभी तरह के समुद्री ऑपरेशन और युद्ध को अंजाम दिया जा सकता है। यहां से भारत के व्यापार और चीन चले गए हैं। भारत के इस कदम से माले से लेकर बीजिंग तक का सफर तय किया गया है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत ने सुपरमार्केट और चीन में आधी रात के जवाब के लिए यह बड़ा कदम उठाया है।
कार्टून से डॉक्यूमेंट्री के बीच और बीजिंग पर नजर रखे हुए भारत ने रविवार को ये नया नौसैनिक बंदरगाह खोला है। बता दें कि भारत ने अपने हिंद महासागर द्वीप समूह के करीब इस नए नौसैनिक अड्डे को खोला है। ऐसा माले के साथ प्रोडक्शन रिलेशन बनने और एक चाइना के साथ प्रोडक्शन की अलग-अलग ग्रोथ देखने को मिली है।
भारत ने लक्षद्वीप द्वीप समूह पर आईएनएस जटायु की स्थापना की
भारत ने अपने लक्षद्वीप के द्वीप समूह पर आई शियाओ जटायु की संगीत रचना कर दी है। लक्षद्वीप द्वीप समूह के मिनिकॉय द्वीप पर यह नया नेवल बेस वर्षों से स्थापित हुआ था। अब इसे रविवार को पूरा कर लिया गया। यह नौसैनिक टर्मिनल भारत के पश्चिमी तट पर सबसे दूर स्थित है। हालाँकि दशकों से द्वीप पर नौसेना के छोटे जहाज़ की उपस्थिति जारी है। मगर भारत ने अब ऐसे वक्त में इसका उद्घाटन किया है जब रोटरी ने भारत पर अपने लगभग 80 सैनिकों को वापस लेने के लिए दबाव डाला है। यह सैनिक भारत ने दक्षिण पड़ोसी राष्ट्रों को दिए गए तीन संस्करणों पर तकनीकी और चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए निर्देश दिए थे।
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