भारतीय हॉकी ओलिंपिक टीम में अपनी चैंपियनशिप के लिए पूरी तरह से तैयार है, और इस चैंपियनशिप में उनका सामना वर्ल्ड चैंपियन जर्मनी से होगा। भारतीय टीम ने 4 अगस्त, रविवार को अपने क्वार्टर फाइनल मैच में ग्रेट ब्रिटेन की टीम को हरा दिया। इस मैच में मिली जीत के साथ ही भारतीय हॉकी टीम लगातार दूसरी बार ओलिंपिक में पहुंची। टीम इंडिया का क्वार्टर फाइनल मुकाबला काफी जबरदस्त रहा। भारतीय टीम ने सिर्फ 10 खिलाड़ियों के साथ 45 मिनट तक मुकाबला खेला, क्योंकि अमित रोहिदास ने रेड दे दिया था।
क्वार्टर फाइनल में भारत का कमाल
टीम इंडिया के लिए 10 खिलाड़ियों के साथ मुकाबला आसान नहीं रहा। भारत ने फिर भी अपने डिफेंस के दम पर इस टीम को 1-1 से बराबरी पर रोका और फाइनल में टीम को 4-2 से हराया और अंतर से अपना नाम कर लिया। पेनल्टी शूटआउट में श्रीजेश ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वे इस खेल में सर्वश्रेष्ठ क्यों हैं। उन्होंने भारत के लिए पेनल्टी शूटआउट के अलावा एक मैच के दौरान कई गोल भी बचाए।
अंतिम संस्कार की उम्मीद
अब बेस के लिए तैयारी है और जब बात नाक आउट मैच की आती है तो भारत और जर्मनी का इतिहास काफी पुराना है। दोनों के बीच कई रोमांचक रॉकेट्स खेले गए। भारत ने ओलंपिक 2020 में जर्मनी को ही हराया ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था। ऐसे में आइए जानते हैं जर्मनी के खिलाफ टीम इंडिया का रिकॉर्ड कैसा बना हुआ है। वहीं ओलंपिक के इतिहास में कौन किस पर भारी है।
भारत और जर्मनी का हेड टू हेड रिकॉर्ड
भारत और जर्मनी के बीच अब तक 105 मैच खेले जा चुके हैं, जिसमें जर्मनी 53-25 से आगे है। 27 मैच ड्रा रहे हैं। इन मैचों में भारत ने 174 गोल किये हैं जबकि जर्मनी ने 227 गोल किये हैं। इन दोनों दिग्गजों के बीच हाल के दिनों में सबसे प्रसिद्ध प्रतियोगिता टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक का मैच था। मैच के आखिरी समय में श्रीजेश ने पीसी से मिले आखिरी एपिसोड के फ्लॉप में भारत को 5-4 से रोमांचक जीत हासिल की थी। इन दोनों के बीच पिछले 6 मुकाबलों में से 5 में भारत ने जीत हासिल की है। दोनों का आखिरी मैच एफआईएच प्रो लीग में हुआ था, जहां जर्मनी ने 3-2 से जीत दर्ज की थी। ओलिंपिक के बारे में तो दोनों देशों के बीच कुल 12 देशों के बीच बातें खेली गईं। जहां टीम इंडिया ने 5 और जर्मनी ने 4 मैच जीते हैं। वहीं तीन मैच ड्रा चल रहे हैं।
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