ताइवान में चीन के विरोधी नेता के राष्ट्रपति बनने के बाद शी जिनपिघ ने अपने तानाशाही संबंध तोड़ लिए। वहीं दूसरी तरफ एक दूसरे देश पर अब चीन ने अपना डोरा शुरू कर दिया है। चीन की बुरी नजर अब जिस द्विपीय देश पर है, वह सबसे छोटा देश है। यह केवल 21 लाख वर्ग किलोमीटर है। इसे नाउरू या नाउरू के नाम से भी जानें। यह ग्रिडनेशिया दक्षिण प्रशांत महासागर में स्थित द्वीप राष्ट्र है। यह दुनिया का सबसे छोटा ऐसा गणराज्य है, जिसकी कोई राजधानी नहीं है।
ताइवान होने से मोटरसाइकिल खराब होने के बाद अब चीन के इस द्वीप देश पर नियत लगी है। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस देश से निरंकुश संबंध बहाल करने का बंद करने के बाद अब उन्हें अपने जाल में फंसाने के लिए डोरे शुरू कर दिए हैं। अब नाउरू को चीन तरह-तरह के सब्जबाग दिख रहे हैं। ताकि वह अपने प्रभाव में आ जाये। हालांकि इस बीच चीन के विदेश मंत्रालय ने रविवार को कहा कि बीजिंग नाउरू के साथ संबंध बहाल करने के लिए तैयार है। प्रशांत द्वीप देश नाउरू ने इसी महीने ताइवान के साथ अपने संबंध खत्म कर दिए थे जिसके बाद चीन ने यह कदम उठाया है।
ताइवान के अब केवल 12 देशों से रह गये तानाशाही संबंध
नाउरू ने दो दिन बाद ही 15 जनवरी को ताइवान के राष्ट्रपति चुनाव की घोषणा की थी। नाउरू के इस कदम के बाद अब 12 देशों के साथ ताइवान के संबंध रह गए हैं। हालाँकि, अमेरिका, जापान और अन्य देशों के बीच उनके मजबूत और असंतुलित संबंध हैं। चीन का दावा है कि ताइवान उसका हिस्सा है। यह लगातार विकास सहायता के वादे के साथ द्वीपीय क्षेत्र के सहयोगियों को हटाया जा रहा है। यह दोनों के बीच लंबे समय से चली आ रही प्रतियोगिता है जो हाल के वर्षों में चीन की तरफ से दिखाई दी है। वहीं चीन मालदीव को भी भुगतान किया गया है। (एपी)