ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 2024: रूस के कज़ान शहर में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का आयोजन 23 और 24 अक्टूबर को होगा। कजान में ब्रिक्स समिति से पहले पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात हुई। इस दौरान दोनों नेता एक-दूसरे से मिले। मोदी ने हाथ और फिर गले से तालमेल बिठाया। इसके बाद दोनों नेताओं के बीच आपसी बातचीत हुई। बातचीत के दौरान मोदी ने रूस-यूक्रेन संघर्ष का भी जिक्र किया।
भारत और रूस के संबंध मजबूत हुए
बातचीत के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने रूस के लिए आतिथ्य की पेशकश की। उन्होंने कजान शहर के साथ भारत के ऐतिहासिक दस्तावेजों का दस्तावेजीकरण किया और बताया कि कजान में भारत का नया वाणिज्य दूतावास खोला जा रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में मैं दूसरी बार रूस आया हूं। इस साल जुलाई में मॉस्को में मेरे राष्ट्रपति से मुलाकात हुई थी। दोनों देशों के बीच यह सममूल्य प्राप्तकर्ताओं को शामिल किया गया है। भारत और रूस के बीच संबंध और अधिक मजबूत हुए हैं।
पीएम मोदी ने किया रूस-यूक्रेन संघर्ष का जिक्र
पीएम मोदी ने पिछले एक साल से ब्रिक्स का नेतृत्व करने के लिए रूस को बधाई दी। उन्होंने कहा कि पिछले 15 सालों में ब्रिक्स ने अपनी छाप छोड़ी है। मैं ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने का उत्सुक हूं। रूस, जापानी और संघर्ष के दौरान मैं और राष्ट्रपति कॉन्स्टेंट संपर्क में रह रहे हैं। भारत प्रमाणित करता है कि संघर्ष का समाधान तरल पदार्थ होना चाहिए। हम मानव जाति पर ध्यान देते हुए शांति और स्थिरता का समर्थन करते हैं। इस संबंध में भारत हर तरह का सहयोग पत्र तैयार कर रहा है।
क्या बोले राष्ट्रपति
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ संयुक्त बैठक में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर व्लादिमीर पुतिन ने कहा, ‘इंटरव्यूमेंटल कमीशन की अगली बैठक 12 दिसंबर को नई दिल्ली में होने वाली है। हमारी राइफल्स यूनाइटेड कॉन्स्टिस्ट प्रगति कर रही हैं। आपने कज़ान में भारतीय वाणिज्य वाणिज्य दूतावास का निर्णय लिया है, हम इसका स्वागत करते हैं। भारत के उद्यमों से दोनों देशों के स्वामित्व और खरीद को लाभ मिलेगा। हम आपको और आपके साथी को रूस में देखकर बहुत खुश हैं।’
यह भी पढ़ें:
भारत के साथ हुए समझौते की चीन ने भी कर दी निंदा में सैन्य संघर्ष समाप्त करने की पुष्टि