ऑस्ट्रेलिया बनाम वेस्टइंडीज तीसरा वनडे: वेस्ट इंडीज की टीम दो टेस्ट, तीन ट्रेडर्स और तीन टी20 के लिए ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर है। दो टेस्ट मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर रही थी। लेकिन नकली सीरीज में उन्हें बड़ी हार का सामना करना पड़ा। ऑस्ट्रेलिया ने ये सीरीज 3-0 से अपने नाम की है। सीरीज का तीसरा और आखिरी मैच कैनबरा में खेला गया। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने ऐतिहासिक जीत हासिल की।
वेस्टीज को मिली करारी हार
वेस्ट इंडीज़ टीम की कैनबरा फ़्रैंचाइज़ी मैच में पहली बार फ़्लैट प्रदर्शन किया गया था। लेकिन वेस्टइंडीज की टीम 100 रन भी नहीं बना पाई और 25वें ओवर में 86 रन बना सकी। ऑस्ट्रेलिया की ओर से जेवियर बार्टलेट सबसे सफल सहयोगी रह रहे हैं। उन्होंने इस मैच में 4 विकेट अपने नाम किये। वहीं, एडम जम्पा और लैंस मॉरिस ने 2-2 विकेट अपने नाम किए। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने 87 बल्लेबाजों को 2 विकेट के नुकसान पर ही हासिल कर लिया।
कैनबरा में ऑस्ट्रेलिया की ऐतिहासिक जीत
ऑस्ट्रेलिया ने 87 बल्लेबाजों को महज 6.5 ओवर में ही हासिल कर लिया। जिससे यह नकली इतिहास में बॉल शेष बनी उनकी सबसे बड़ी जीत बनी। उन्होंने यह मैच 259 गेंद शेष रहते हुए जीता. इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने सितंबर 2004 में यूएसए को 253 बॉल से हराया था। उस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने 66 रन का लक्ष्य का पीछा करते हुए 7.5 ओवर में ही कर लिया था।
क्रिकेट के इतिहास की 7वीं सबसे बड़ी जीत
फ़्राईड इतिहास में बॉल शेषेज़ की सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड इंग्लैंड के नाम है। इंग्लैंड ने 1979 में कनाडा को 277 गेंदों से शेष लीग मैच में हराया था। इस मैच में इंग्लैंड ने 46 बल्लेबाजों को 13.5 ओवर में हासिल किया था। लेकिन ये प्रतिबंधित मैच 60 ओवर का था। वहीं, ऑस्ट्रेलिया की ये जीत विदेशी इतिहास में बॉल शेष सबसे बड़ी जीत के मामले में 7वें नंबर पर है।
गेंडा में सबसे बड़ी जीत (गेंड शेष रहने पर)
इंग्लैंड बनाम कनाडा 277गेंदें
श्रीलंका बनाम जिम्बाब्वे 274 गेंदें
श्रीलंका बनाम कनाडा 272 गेंदें
नेपाल बनाम यूएसए 268गें
न्यूजीलैंड बनाम बांग्लादेश 264 गेंदें
भारत बनाम श्रीलंका 263 गेंदें
ऑस्ट्रेलिया बनाम वेस्ट 259गें
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