80-90 के दशक में बॉलीवुड में एक ऐसी हसीना के जलवे देखने को मिले जो विदेश से आई थी। उन्होंने उस दौर में सभी बड़े स्टार्स के साथ मिलकर लीड हीरोइन के साथ काम किया। गोविंद की फिल्मों में उनके कर्म देखने को मिले। आमिर खान से लेकर जैकी मेरकी जैसी स्टार्स की फिल्मों में ये खूबसूरता थी नजर आई, लेकिन आज कल ये फिल्में गायब हो गईं। कमबैक की ट्राई में लगी एक्ट्रेस ने हाल ही में एक ऐसा लहंगा दिखाया है, जिसकी काफी चर्चा हो रही है। ये शो ‘फैबुलस लाइव्स ऑफ बॉलीवुड वाइव्स’ है। इस शो में नजर आ रही हैं कई हसीनाएं से सबसे आइकॉनिक रही निकेलिन कोठारी की हम बात कर रहे हैं। एक दौर में एक्ट्रेस ने बड़े पर्दे पर राज किया और अपनी खूबसूरती से लोगों को दीवाना बना दिया।
शुभमन गिल की हैं दीवानी
निज़ाम कोठारी की चर्चा बॉलीवुड में डेब्यू के साथ ही होने लगी और इसकी वजह थी उनके स्टाइल और ग्लैमर। हांगकांग में पैदा हुए यूएसएसआर के मुख्यमंत्री निज़ाम कोठारी के पिता गुजराती जैन थे, जबकि उनकी मां ईरानी राज्य थीं। एक्ट्रेस का फैमिली बिजनेस बिजनेस मैन्युफैक्चरिंग का था। अभिनय के शौकीन बाद में एक्ट्रेस भी अपने फैमिली बिजनेस में चली गईं और अब वो एक नामी डिज़ाइनर हैं। एक्ट्रेस ने अपना टीनेज बैंकॉक में गुजराता और अब वो ‘फैबुलस लाइव्स ऑफ बॉलीवुड वाइव्स’ से धमाल मचा रही हैं। इसी शो के दौरान उन्होंने एक खुलासा किया। उन्होंने बताया कि उन्हें शुभमन गिल पसंद हैं। एक्ट्रेस ने उन्हें अपना लेटेस्ट क्रश और हार्ट थ्रोब कहा। उनकी बात में आखिरी हसीनाएं भी हमी भारती को नजर आईं और सभी ने कहा कि वो अच्छे कलाकार हैं उनके लुक्स काफी अच्छे हैं।
एक्टर्स से रहा अफेयर फिर से पहली शादी
बता दें, निकेलै कोठारी फिल्मों में काम करने के दौरान गोविंदा संग अफेयर को लेकर चर्चा में रहे। कहा जाता है कि एक्टर्स अपनी शादी करना चाहते थे, जबकि वो पहले से गुमनाम थे। गोविंदा की मां बीच में आईं और एक्टर्स का रिश्ता खत्म हो गया। इसके बाद निज़ाम कोठारी की पहली शादी हुई, जिसका ज़िक्र उन्होंने शो में भी किया और बताया कि परिवार और पहले पति की छोटी सोच के कारण उनका रिश्ता टूट गया। एक्ट्रेस का दावा है कि उनका परिवार बंदिशों में था और उन्हें अपनी पसंद की ड्रेसेज की भी आजादी नहीं थी। एक्ट्रेस के पहले पति का नाम ऋषि सेठिया था। इसके बाद एक्ट्रेस की दूसरी शादी साल 2011 में एक्टर समीर सोनी से हुई।
इन फिल्मों में किया काम
निज़ाम ने खुलासा किया था कि वे मुंबई में थे और इसी दौरान उन पर डायरेक्टर रमेश बहल की नजर पड़ी और उन्होंने कास्ट कर लिया। साल 1984 में वो ‘जवानी’ से शुरुआत की और फिर एक के बाद एक कई फिल्मों में नजर आईं। उनकी फिल्में नजर आईं तो ‘लव 86’ (1986), ‘इल्जाम’ (1986), ‘सिंदूर’ (1987), ‘खुदगर्ज’ (1987), ‘हत्या’ (1988), ‘फर्ज की जंग’ (1989) , ‘बिल्लू बादशाह’ (1989), ‘ताकतवर’ (1989) जैसी कई फिल्में शामिल हैं।