खेल जगत में शीर्ष 10: पेरिस पैरालंपिक 2024 में 5वां दिन भारत के लिए ऐतिहासिक रहा। भारत ने एक ही दिन में 8 पदक अपने नाम किये जिसमें 2 स्वर्ण पदक शामिल रहे। सुमित अंतिल ने जैवलिन थ्रो में इतिहास रचते हुए पैरालंपिक में लगातार दूसरा स्वर्ण पदक जीता। वहीं, नितेश कुमार ने बैडमिंटन के सिंगल्स एसएल 3 फाइनल में जीत हासिल करते हुए सोना जीता। क्रिकेट में भारत के लिए आखिरी खबर आई। सूर्यकुमार यादव दलीप ट्रॉफी से ठीक हो गए। वहीं, इंग्लैंड ने दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड को हराते हुए सीरीज में 2-0 से अजेय बढ़त बनाई।
सुमित अंतिल ने लगातार दूसरा स्वर्ण जीता
सुमित अंतिल ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में जैवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल जीता। उन्होंने 70.59 मीटर का थ्रो किया और स्वर्ण पदक का मिश्रण तैयार किया। इससे पहले उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक में भी गोल्ड जीता था। इसके साथ ही सुमित अंतिल पहले भारतीय जैवलिन थ्रोअर बन गए, उन्होंने पैरालंपिक में अपना स्वर्ण पदक हासिल किया। 26 साल के वर्ल्ड रिकॉर्डधारी सुमित अंतिल ने अपना ही 68.55 मीटर का पैरालंपिक रिकॉर्ड उससे बेहतर बनाया जो उन्होंने तीन साल पहले टोक्यो में बनाया था।
दलीप ट्रॉफी के पैकेज से पहले टीम इंडिया को बड़ा झटका लगा। चोट के कारण सूर्यकुमार यादव दलीप ट्रॉफी के पहले ही दौर के मैच से बाहर हो गए। बुची बाबू टूर्नामेंट के दौरान वे सपि हो गए थे और मैच की आखिरी पारी में वे बल्लेबाजी के लिए नहीं आए। सूर्या ने कोयंबटूर में तमिल क्रिकेट एसोसिएशन के खिलाफ मुंबई के लिए बुची बाबू मिशन टूर्नामेंट खेला था। वह पिछले दिन चोटिल होने के कारण के लिए बिल्कुल भी उपयुक्त नहीं थी। सूर्यकुमार को पांच से आठ सितंबर तक अनंतपुर में इंडिया डी के खिलाफ इंडिया सी के लिए खेलना है। इससे पहले वह रेसिंग की नेशनल क्रिकेट अकादमी में गए थे।
पेरिस पैरालंपिक 2024 में 5वें दिन भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन बेहद शानदार रहा। कोल्ड देवी और राकेश कुमार की मिक्सड टीम ने आर्चरी में ब्रॉन्ज मेडल अपना नाम रखा। भारतीय मिक्सड टीम ने 156 का स्कोर बनाया। वहीं इटली की टीम ने 155 का स्कोर बनाया। ब्रॉन्ज मेडल कंपनी में एक समय की शीतल देवी और राकेश कुमार की भारतीय जोड़ी पीछे चल रही थी। लेकिन भारतीय जोड़ी ने दमदार वापसी करते हुए मेडल पर कब्ज़ा कर लिया। फाइनल में शीतल देवी और राकेश कुमार ने 10-10 का स्कोर बनाया। इससे फाइनल स्कोर में वह इटली की टीम से एक अंक से बढ़त बनाकर सफल रही।
नितेश कुमार ने ग्रेट ब्रिटेन के डेनियल बेथेल को हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। उन्होंने फाइनल मुकाबला 21-14, 18-21 और 23-21 से जीता। वह पैरालंपिक में बैडमिंटन में गोल्ड जीतने वाले पहले खिलाड़ी बने। साल 2009 में आकस्मिक दुर्घटना में उन्होंने अपनी माँ को खो दिया। इसके बाद भी उन्होंने वापसी की और पैरालंपिक में भारत का डंका बजाते हुए ना हारते हुए कहा।
भारतीय शटलर तुलसीमती मुरुगेसन को फाइनल में हार झेलनी ने उन्हें सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा। इसी इवेंट में मनीषा रामदास ने ब्रॉन्ज़ मेडल जीता। ऐसे ही भारत के एक ही इवेंट में आए दो मेडल। मनीषा रामदास ने ब्रॉन्ज मेडल मैच में कमाल का प्रदर्शन किया। उन्होंने पूरे स्टूडियो में अपना सुपरमार्केट बनाया और विरोधी खिलाड़ी को कोई मौका नहीं दिया। उन्होंने शुरूआती गेम में केवल 13 मिनट में 21-12 सेक मिनट की जीत हासिल की। इसके बाद दूसरा गेम केवल 12 मिनट में 21-8 से अपना नाम दिया।
योगे कथुनिया ने पेरिस पैरालिंपिक में एस डिस्कस थ्रो एफ-56 इवेंट में कैमल का प्रदर्शन करते हुए सिल्वर मेडल जीता। ऐसे हुआ भारत के पदकों की संख्या में विभाजन। योगेश ने अपने सीजन में 42.22 मीटर का बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए सिल्वर पर कब्ज़ा कर लिया। पैरालिंपिक में योग का यह दूसरा सिल्वर मेडल है। उन्होंने 2021 में टोक्यो पैरालिंपिक में भी सिल्वर मेडल जीता था।
नित्या श्री सिवान ने मारी बाजी
पेरिस पैरालंपिक 2024 में नित्या श्री सिवान ने बैडमिंटन के वुमेन्स सिंगल्स के एसएच 6 वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल जीता। उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल के मैच में बेहतरीन प्रदर्शन किया और अपने इंडोनेशिया की रीना मार्लिना को एक भी चांस नहीं दिया। नित्या श्री सरन ने कांस्य पदक मुकाबला 21-14, 21-6 से अपने नाम किया और कुल 23 मिनट में ही कांस्य पदक अपने नाम कर लिया।
पेरिस पैरालंपिक में प्रीति पाल ने विमेन की ट्रेक इवेंट में 200 मीटर में (टी35) में ब्रॉन्ज मेडल जीता। इस इवेंट में चीन की जिया झोउ ने गोल्ड मेडल अपने नाम किया। 23 साल की प्रीति पाल ने अपनी दौड़ पूरी करने में कुल 30.01 का समय लिया। चीन की जिया झौ पहले नंबर पर रही। उन्होंने अपनी दौड़ पूरी करने में 28.15 का समय लिया। उन्होंने गोल्ड जीता। दूसरा नंबर पर चीन की ही गुओ डॉयनकियान रिपब्लिक है। उन्होंने 29.09 पूरी तरह से दौड़ में भाग लिया।
हाई जंप में निषाद कुमार ने किया कमाल
पेरिस पैरालंपिक 2024 में पुरुषों के टी47 हाई जंप इवेंट में सिल्वर मेडल जीता। नोहाद कुमार ने फाइनल में 2.04 मीटर लंबी छलांग लगाकर दूसरा स्थान हासिल किया। इसके अलावा इसी इवेंट में भारत के राम पाल भी हिस्सा ले रहे थे लेकिन वह 1.95 मीटर की ऊंची जंप में शामिल हो गए इसलिए उन्होंने 7वें नंबर पर काम खत्म कर दिया। इस इवेंट में अमेरिका के रोड्रिक टाउनसेंड-रॉबर्ट्स ने गोल्ड मेडल जीता। भारत की ओर से पेरिस पैरालंपिक शूटिंग में अब तक सबसे ज्यादा 4 मेडल आए हैं, जिसमें अवनी लेखरा ने एक गोल्ड मेडल जीतकर सफलता हासिल की है।
सुहास यतिराज ने बैक टू बैक मेडल जीता
सुहास यतिराज ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में बैडमिंटन के मेन्स सिंगल्स के एसएल4 वर्ग में सिल्वर मेडल जीता। वह पैरालम्पिक के इतिहास में बैडमिंटन में दो मेडल जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने। अंतिम उपकरण में उन्हें फ्रांस के लुकास मजूर से झेलनी पैड मिला। उन्होंने मैच 9-21, 13-21 से गंवाया और सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा। तीन साल पहले टोक्यो पैरालंपिक में भी लुकास माजुर ने सुहास को हराया था और इस बार भी वह फ्रांस के खिलाड़ी की चुनौती से पार नहीं पा सके।