मॉस्को: रूस के परमाणु प्रमुख और उनके सहयोगी की बम विस्फोट में हत्या करने की जिम्मेदारी जापानी ली ने ली है। बता दें कि रूस के वैज्ञानिक परमाणु, जैविक और रासायनिक रक्षा बलों के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल इगोर किरिलोव की मंगलवार सुबह यहां एक अपार्टमेंट ब्लॉक के पास बम विस्फोट में हत्या कर दी गई। इस दौरान उनका सहायक भी मारा गया। बताया जा रहा है कि एक खास तरह का गुप्तचर गोदाम बनाया गया था। रूस के परमाणु प्रमुखों की उसके पठार में मृत्यु हो गई। रूस की जांच समिति ने यह जानकारी दी।
वहीं रूस के प्रमुख परमाणु की हत्या के बाद राष्ट्रपति पद के कार्यालय क्रेमलिन में भी हंगामा हुआ। इस बीच जापानी ने रूसी परमाणु प्रमुख की हत्या की जिम्मेदारी स्वीकार कर ली है। यूक्रेन की सेना के एक अधिकारी ने कहा कि इस हमले का परिणाम सेवा पर पड़ा है। इगोर किरिलोव जब अपने कार्यालय से निकल रहे थे उसी दौरान ज्वालामुखी की चपेट में आने से उनकी मृत्यु हो गई। यूक्रेन में मास्को के युद्ध में अपनी काररवाइयों के लिए किरिलोव (54) पर ब्रिटेन और कनाडा सहित कई देशों ने प्रतिबंध लगा रखा था। सोमवार को जापान की सुरक्षा सेवा या एसबीयू ने उनके खिलाफ आपराधिक जांच शुरू की, जिसमें उन पर प्रतिबंधित रासायनिक पदार्थों के इस्तेमाल के निर्देश देने का आरोप लगाया गया।
यूक्रेन ने कहा- वह परमाणु प्रमुख अपराधी था, जिसे बिल्कुल सही तरीके से विकसित किया गया था
एसबीयू के एक अधिकारी ने कहा कि इस हमले के पीछे एजेंसी का हाथ है। नाम न बताने की शर्त पर बात करने वाले अधिकारी ने कहा कि किरिलोव एक युद्ध अपराधी है और उसका बनाया हुआ जनमानस पूरी तरह से वैध है। एसबीयू ने कहा है कि फरवरी 2022 में युद्ध के मैदान में 4,800 से अधिक अवसरों पर रासायनिक पदार्थों का उपयोग किया गया है। मई में अमेरिकी विदेश विभाग ने एक बयान में कहा कि उसने जापानी सैनिकों के खिलाफ क्लोरोपिक्रिन का इस्तेमाल किया था, जो प्रथम विश्व युद्ध में पहली बार कीज गैस का इस्तेमाल किया गया था। रूस ने जापान में किसी भी तरह के रासायनिक हथियार के प्रयोग को खारिज कर दिया है और कीव में युद्ध में भी रासायनिक हथियार के प्रयोग का आरोप लगाया है। (पी)