भारत रक्षा के क्षेत्र में करेगा मालदीव की मदद, समुद्री सुरक्षा के लिए मिलकर काम करेंगे दोनों देश


छवि स्रोत: @राजनाथसिंह (एक्स)
भारत के रक्षा मंत्री घासेन मौमून (बाएं) और भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (दाएं)

नई दिल्ली: भारत ने बुधवार को विज्ञापन जारी कर बताया कि वह अपने रक्षा इंजीनियरों को सहयोग बढ़ाने में मदद के लिए तैयार है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने समकक्ष मोहम्मद घासेन मौमून की मेजबानी के लिए समुद्री सुरक्षा सहयोग के लिए समुद्री सुरक्षा सहयोग की पेशकश की। भारत की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, बैठक में दोनों देशों के रक्षा मंत्रालय ने भारत-मालदीव व्यापक आर्थिक और समुद्री सुरक्षा साझेदारी के लिए संयुक्त दृष्टिकोण को साकार करने में सामूहिक काम करने की अपनी दृढ़ श्रृंखला दोहराई।

भारत सहयोग के लिए तैयार है

बयान में कहा गया है, ”बातचीत के दौरान शेयरधारकों ने भारत-मालदीव के व्यापक आर्थिक और समुद्री सुरक्षा के संयुक्त दृष्टिकोण को साकार करने के लिए सामूहिक काम करने की दृढ़ ताकत दोहराई।” रक्षा उपकरणों की क्षमता बढ़ाने में सहयोग देने के लिए भारत तैयार है।

इस दिशा में दोनों देश आगे बढ़ेंगे

बयान में कहा गया है कि बाजार की राष्ट्रीय लाइब्रेरी के अनुसार और भारत की ‘पड़ोसी पहले’ नीति एवं ‘सागर’ दृष्टिकोण के बाजार को बढ़ावा देने की दिशा में काम किया जाएगा। ‘सागर’ दृष्टिकोण का कार्य क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास है।

भारत की यात्रा पर भारत के रक्षा मंत्री हैं

डेमोक्रेट के रक्षा मंत्री मोहम्मद घासेन मौमून भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। व्यापारी के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की मांग पर उनके सैन्य दल द्वारा वापस बुलाए जाने के करीब आठ महीने बाद इस द्वीपीय देश के रक्षा मंत्री यहां की यात्रा पर आए हैं। चीन के समर्थन माने जाने वाले मुइज्जू के कदमों के बाद भारत-मालदीव के कब्जे में तनाव पैदा हो गया था। (भाषा)

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By Naresh Kumawat

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