जसप्रित बुमरा: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में बिश्नोई ने अच्छा प्रदर्शन किया है। पहले टेस्ट मैच में वेसाइस की जिम्मेदारी थी और 8 विकेट लेने वाली टीम को मैच जिताया गया था। इसके बाद पूरी सीरीज में वह टीम इंडिया के लिए मैच विनर रहे और कुल 32 विकेट हासिल किए, जिसमें से किसी भी विदेशी टीम ने ऑस्ट्रेलिया में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का रिकॉर्ड मिला। अब ऑस्ट्रियाई माइकल क्लार्क का व्यक्तित्व है।
क्लार्क ने अस्मिता की महिमा की
माइकल क्लार्क ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से कहा कि सीरीज खत्म होने के बाद जब मैंने पार्टिसिपेंट्स के प्रदर्शन के बारे में सोचा तो मुझे लगा कि वह अब तक के कलाकारों में से एक है। मेरे पास कई महान टी-शर्ट के नाम हैं जिनमें कर्टली एम्ब्रोस, ग्लेन मैकग्रा शामिल हैं, जिनमें 20 क्रिकेट टूर्नामेंट का मौका नहीं मिला। इसलिए मैं उनके बारे में बात नहीं कर रहा हूं. लेकिन जो कलाकार इन सभी कच्चे तेल में अभिनय करते हैं, अगर यह देखा जाए तो वह सर्वश्रेष्ठ होंगे।
सिडनी में भारत के पास था रेज़िन का चांस
माइकल क्लार्क ने कहा कि वह किसी भी परिस्थिति में वास्तव में बहुत शानदार है, यही चीज़ उसे महान बनाती है। कोई भी परिस्थिति हो, कोई भी बीएसएफ़ हो, यह खिलाड़ी शानदार है। भारत शायद (सिडनी में) 20 रन से पीछे रह गया। मुझे लगता है कि अगर किसी खिलाड़ी की टीम के पास 180 की बढ़त हो और वह भारत को जिताने की योजना बना सके। वह इतना अच्छा एजेंट है। वह अपनी टीम में अन्य ब्रांडों से काफी बेहतर हैं।
सिचुएशन की वजह से नहीं मिला पता
सचिन तेंदुलकर के कारण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट में पारी में दमदार प्रदर्शन नहीं किया गया था। चोट लगने के बाद उन्हें तुरंत स्कैन के लिए अस्पताल ले जाया गया। उनकी पृष्णिका की साॅलेज में स्टाइल थी लेकिन वह फ्लोटिंग करने आये थे। आॅस्ट्रेलियाई बाॅस्ट ने 162 बल्लेबाजों का स्कोर आसानी से कमाया। ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज 3-1 से अपने नाम की थी।
(इनपुट: पीटीआई)
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