बॉलीवुड के मशहूर रैपर अक्सर बादशाह ही किसी ना किसी वजह से सुपरस्टार में बने रहते हैं। आज बादशाह किसी को पहचानते मोहताज नहीं हैं, सिर्फ देश में ही नहीं विदेश में भी उनके अच्छे-खासी फैन फॉलोइंग हैं। बादशाह ने अपने इतिहास में एक से उग्र एक हिट गाने दिए हैं और वह यंगस्टर्स के बीच काफी मशहूर हैं। हालाँकि, ये बात और है कि वह कभी इंजीनियर थे। उन्होंने असिस्टेंट इंजीनियर की नौकरी तक काफी समय तक काम किया, लेकिन फिर उनके सिर सिंगिंग का ऐसा हाल हुआ कि उन्होंने म्यूजिक इंडस्ट्री का रुख कर लिया। आज अपना 39वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस आर्टिकल पर हम आपको इससे जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें बताते हैं।
बादशाह का असली नाम क्या है?
अपने अंदाज में मशहूर बादशाह आज म्यूजिक इंडस्ट्री का बड़ा नाम हैं, लेकिन आपको ये जानकर पता चल जाएगा कि ये उनका असली नाम नहीं है। बादशाह का असली नाम ‘आदित्य प्रतीक सिंह’ है, लेकिन म्यूजिक इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने के लिए उन्होंने अपना नाम बदल लिया और बादशाह नाम से आज पूरी दुनिया में पहचाने जाने लगे। बादशाह का जन्म 19 नवंबर 1985 को दिल्ली में हुआ था और उनकी मृत्यु भी हुई थी।
कभी इंजीनियर थे बादशाह
बादशाह ने चंडीगढ़ से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी, उन्होंने शुरुआत में इंजीनियर इंजीनियर की नौकरी की थी। लेकिन, रिमेम्बर म्यूजिक के बारे में ऐसा कहा गया कि उन्होंने म्यूजिक इंडस्ट्री में कदम रखने का फैसला किया और इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ दी। बादशाह ने खुद को बताया कि म्यूजिक में स्टेप रखने से पहले उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। पढ़ाई ख़त्म होने के बाद उनके पास नौकरी भी थी, उन्होंने कार्यस्थल पर साइटें देखीं, उनका काम भी पसंद आया। लेकिन, फिर उन्हें म्यूजिक इंडस्ट्री में कदम रखने का मौका मिला और फिर उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। वह खशुरू से ही सिंगर बनना चाहता था, लेकिन वह सिंगर बन गया।
माता-पिता को मनाना नहीं था आसान
बादशाह ने कभी खुद खुलासा किया था कि उनके माता-पिता नहीं चाहते थे कि वह रैप्टर रेज़वेरी हों। जब उनके माता-पिता ने उन्हें बताया कि वह रैपर बनना चाहते हैं तो उन्हें आश्चर्य हुआ। उन्होंने पूछा- रैप क्या होता है? फिर उन्होंने अपने माता-पिता के रेप के बारे में चित्रों के लिए 50 सेंट का रैप वीडियो दिखाया, जो थोड़ा गंदा था। ये देखकर उनके माता-पिता ने कहा- बेटा पहले बड़ा हो जा। फिर जो करना है वो करना। बादशाह के मुताबिक, उनके लिए अपने माता-पिता को समझाना काफी मुश्किल था।
ऐसी हुई की शुरुआत
बादशाह ने साल 2006 में हनी सिंह के म्यूजिक ग्रुप ‘माफिया मंदिर’ से अपने करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने कुछ समय तक इस ग्रुप के साथ काम किया, लेकिन फिर इसे लेकर विवाद हो गया। उन्होंने फिर इंद्रदीप बख्शी के साथ मिलकर ‘सैटरडे सैटरडे’ बनाई, जो हिट हो गई। लेकिन, उन्हें सबसे ज्यादा पहचान मिली ‘डीजे वाले बाबू’ से, जिसके साथ उन्होंने आस्था गिल के साथ मिलकर काम किया था। ये गाने काफी पसंद किए गए और उन्होंने ही देखते-देखते मशहूर हो गए कि हर किसी की जुबान पर उनका नाम चढ़ा दिया गया।