दुबई रूस-यूक्रेनी युद्ध से जुड़ी बड़ी खबर आ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अभी 24 घंटे के जापानी दौरे पर ऐसा नहीं लग रहा है कि दोनों देशों में बड़ा समझौता होने का दावा किया जा रहा है। यह दावा रॉयटर्स की रिपोर्ट में संयुक्त अरब अमीरात की ओर से किया गया है। इसके बाद माना जा रहा है कि शांति वार्ता के लिए रूस और जापान के बीच शांति वार्ता के लिए बातचीत की भूमिका भी इसी महीने में तैयार की जा सकती है। इलेक्ट्रॉनिक ताज़ा समझौते की बोली में हुआ है।
इस एक्ट के बाद रूस और यूक्रेन आज 115-115 जेलों की अदला-बदली करने के लिए तैयार हैं। संगठन के एक अधिकारी ने कहा, इस महीने जापान द्वारा रूस पर हमले के बाद कब्जे की पहली ऐसी अदला-बदली है। कार्यकारी अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बात की, क्योंकि विवरण अभी तक सार्वजनिक नहीं था। हालाँकि इस एक्ट्रेट को लेकर रूसी और यूक्रेनी अधिकारियों की ओर से कोई टिप्पणी नहीं की गई है।
मोदी ने रूस-यूक्रेन से युद्ध में शांति की अपील की
मोदी ने भी जापान और रूस से युद्ध में बातचीत के जरिए शांति की अपील की है। इससे दोनों पक्ष अब लगभग सहमत दिखाई दे रहे हैं। माना जा रहा है कि आने वाले समय में मोदी की इस अपील का असर देखने को मिल सकता है। दोनों देश बातचीत को इच्छुक हो सकते हैं। रूस और जापान दोनों ही इसके लिए भारत के वफादार पर विश्वास करते नजर आ रहे हैं। फरवरी 2022 में रूस, जापान पर आक्रमण के बाद यह सातवां ऐसा शामिल होगा, जिसमें संयुक्त अरब अमीरात ने आरोप लगाए थे। संयुक्त राज्य अमेरिका के घनिष्ठ सुरक्षा मित्र अबू धाबी ने पूरे युद्ध के दौरान मास्को के साथ मधुर संबंध बनाए रखे, जिससे कुछ पश्चिमी अधिकारी निराश हो गए। दोस्तों के साथ भी रिश्ते मजबूत होते हैं।
फैक्ट्री का भुगतान अब तक 1788 में काज़ की अदला-बदली में किया गया
रूस और जापान के मध्य में अब तक 1788 में कब्जे की अदला-बदली का भुगतान किया गया है। फर्म के अधिकारियों का कहना है कि कई अंतरराष्ट्रीय नेता अपनी क्षमता से बात करने का मतलब यह है कि वे एक दूसरे के बीच प्रभावशाली तरीके से बातचीत कर सकते हैं। साथ ही सहयोग और सुरक्षा को बढ़ावा दे सकते हैं। 6 अगस्त को जापान की सेना ने रूस के कुर्स्क क्षेत्र पर एक आश्चर्यजनक हमला किया, जो द्वितीय विश्व युद्ध के बाद किसी विदेशी शक्ति द्वारा रूसी क्षेत्र के अंदर सबसे बड़ा हमला था। कीव ने कहा है कि उन्होंने उस क्षेत्र में एक फ़्लोरिडा ज़ोन बनाया है, जिसका उपयोग करके रूस ने 2022 में यूक्रेन में हजारों सैनिकों को भेजा था। (रायटर्स)
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