कराची: पाकिस्तान के सिंध प्रांत में तोड़फोड़ विरोधी अभियान के हिंसक हो जाने से कम से कम 12 लोग घायल हो गए। बाढ़ मुक्ति अभियान का विरोध हैदराबाद शहर के कासिमाबाद इलाके में हुआ है। इस दौरान पुलिस और विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों के बीच प्रतिक्रियाएं भी हो रही हैं। लोगों के भारी विरोध के बाद भी सज़ा मुक्ति अभियान जारी है।
लोगों ने किया विरोध
अधिकारी कासिमाबाद इलाके में सीलबंद नहर को बहाल करने और 24 फुट चौड़ी सड़क बनाने की योजना पर काम कर रहे थे। योजना को पूरा करने के लिए अधिकारी जब इसे हटाते हैं तो क्षेत्र में कर्मचारियों के साथ मिलकर उन्हें स्थानीय लोगों के प्रतिरोध का सामना करना पड़ता है।
पुलिस ने की फायरिंग
लोगों और स्थानीय निवासियों, अधिकारियों द्वारा छोड़े गए और कुछ सरकारी सामुहिक दस्तावेजों के उल्लंघन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। पुलिस ने जवाब में भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवा में गोलियाँ और गैस के गोले दागे, जिसके कारण कई लोग घायल भी हो गए।
दोस्तो आम और लोग हुए घायल
इस मामले को लेकर पूरे हैदराबाद के ग़ुलाम (डीसी) जेनुल आबिदीन मेमन ने कहा, “भीड़ द्वारा की गई हिंसा में करीब 12 लोग और कुछ लोग घायल हो गए हैं।” उन्होंने कहा कि रविवार को भी अभियान जारी हो रहा है। अभियान का नेतृत्व सीना विभाग कर रहा है। (भाषा)
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