नेपाल में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने तबाही मचा दी है। यहां बारिश के बाद आई बाढ़ से अब तक 112 लोगों की मौत हो गई है। बारिश के कारण नेपाल के कई हिस्सों में शुक्रवार से जलमग्न हो रही है, जिसके कारण आपदा अधिकारियों ने अचानक बाढ़ की चेतावनी जारी की है। वहीं बाढ़ से प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्कैन पर भेजा जा रहा है। इन सार्वभौम बीच नेपाल के शिक्षा मंत्रालय ने मूसलाधार बारिश के कारण पैदा हुई अराजकता के कारण सभी अनुयायियों को तीन दिनों के लिए बंद करने का निर्णय लिया है।
लापता लोगों की तलाश जारी
नेपाल पुलिस और एएफ़सी के मुताबिक लगातार बारिश के कारण अब तक 112 लोगों की मौत हो गई है। अभी भी कई लोग नामांकन दाखिल कर रहे हैं। वहीं अब तक 3,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। अधिकारी ने बताया कि देश भर में 63 स्थानों पर मुख्य राजमार्ग अवरूद्ध हैं। बारिश की वजह से नेपाल में लाखों लोगों की तस्वीरें चोरी हो गईं। कई जगहों पर सड़कों, मुहल्लों, होटलों और धर्मशालाओं में पानी भर दिया गया है। सड़क जलमग्न से भी अवरोध हो रहा है। सैकड़ों मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। फैक्ट्रियां और मकान पानी में डूब गए हैं।
3,000 सुरक्षा बलों की बचाव टीम
नेपाल पुलिस ने बताया कि काठमांडू में 226 घर जलमग्न हो गए थे। बाढ़ से प्रभावित नेपाल में नेपाल पुलिस की ओर से करीब 3,000 सुरक्षा कर्मियों की बचाव दल की टीमें तैनात हैं। बारिश के बीच लोगों को सुरक्षित जगह पर भेजा जा रहा है। वहीं नेपाल के नागरिक उड्डयन अधिकारी ने शुक्रवार को देश में खराब मौसम की स्थिति के कारण शनिवार सुबह तक सभी घरेलू उड़ानों को रद्द कर दिया। यह तब हुआ जब नेपाल के सीज़ आदिवासियों ने लगातार चार दिनों के लिए रेड जारी की। नेपाल के 77 से 56 जिलों में भारी वर्षा होती है।
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