नबलूसः जिस इजरायल की हमास के खिलाफ अमेरिका मदद कर रहा है, उसकी सेना ने अब अपने दोस्त से ही पंगा ले लिया है। नेतन्याहू की सेना ने एक अमेरिकी महिला को फिलिस्तीन के तट पर गोली मार दी है। खतरा मंडरा रहा है कि इजरायली सैनिकों की यह हरकत अमेरिकी राष्ट्रपति को खतरे में डाल सकती है। आइए अब आपको बताते हैं कि इजरायली सैनिकों ने अमेरिकी मूल की इस महिला को गोली क्यों मारी?
बताया जा रहा है कि इजराइली सैनिकों की गोली के शिकार में अमेरिकी मूल की महिला फिलस्टीन के पश्चिमी तट पर बटाने बसाने के खिलाफ शुक्रवार को आयोजित विरोध प्रदर्शन में शामिल थी। इजरायली सैनिकों ने इस अमेरिकी महिला को गोली मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई। एक अन्य विश्लेषक ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ के लिए यह जानकारी दी। वहीं, दो दुकानदारों ने बताया कि महिला के सिर में गोली मार दी गई।
महिला की मौत के बाद आया अमेरिका का रिएक्शन
अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने तुर्की में जन्मी 26 वर्ष की महिला आयसेनुरगी एज ईजी की मृत्यु की पुष्टि की। उन्होंने यह नहीं बताया कि इजरायली सैनिकों ने उन्हें गोली मारी या नहीं। व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा कि वह एक अमेरिकी नागरिक की हत्या है। तुर्की के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ओनकू केसेली ने कहा कि तुर्की का भी नागरिक होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि उनका देश ”यह सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास करेगा कि उनके नागरिकों की हत्या करने वालों को न्याय के कठघरे में लाया जाए।” इजराइल की सेना ने कहा कि वह उन खबरों की जांच कर रही है जिसमें कहा गया है। सेना ने ”हिंसक हिंसा को भड़काने वाले” क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन करते हुए एक विदेशी नागरिक की हत्या कर दी। खबरों में कहा गया है कि गोली के आकार से जिस महिला की मौत हो गई वह बसावट के विस्तार के खिलाफ साप्ताहिक प्रदर्शन में हिस्सा ले रही थी।
एक अन्य अमेरिकी को भी इजराइल ने पहले मारी थी गोली
इसने पहले भी हिंसक प्रदर्शन करते हुए भुगतान किया है। एक महीने पहले, अमेरिकी नागरिक अमादो सिसन को इजरायली सैनिकों ने पैर में गोली मार दी थी, जब वह गैस का इस्तेमाल कर भागने की कोशिश कर रहा था। प्रदर्शन में शामिल इजराइली नागरिक जोनाथन पोलाक ने कहा कि इस घटना की शूटिंग उस समय हुई थी जब बर्नी फिलस्टीनी और अंतर्राष्ट्रीय कार्यकर्ता पश्चिमी तट के शहर बेइता के बाहर एक पहाड़ी पर सामूहिक प्रार्थना कर रहे थे, जो इजराइली कारखाने एव्यातार के सामने स्थित है। डॉक्टर पर महिला का प्राथमिक उपचार करने वाली डॉ. वार्ड बसाल्ट और एज़ोलक रफीदिया अस्पताल (जहां उसे ले जाया गया) के निदेशक डॉ. फ़ौड नफ़्फ़ा ने बताया कि महिला के सिर में गोली मार दी गई थी। ईजी वर्ष 2000 के बाद इंटरनेशनल सॉलिडेरिटी डिस्को (एसएसएम) की तीसरी कलाकार से शादी हो गई।
तुर्की ने महिला की हत्या की निंदा की
आईएसआईएम कार्यकर्ता जोर देकर कहते हैं कि इजराइली सेना और फलस्तीनियों के बीच में इजराइली सेना अभियान चलाकर रोक लगाने की कोशिश कर रही है। पूर्व में आईएसएमएस के दो कैथोलिकों में अमेरिकी रेचल कोरी और फोटोग्राफी के छात्र ब्रिटिश टॉम हूरंडल को मार डाला गया था जो 2003 में गाजा में मारे गए थे। तुर्किये के विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक लिखित बयान साझा करते हुए कहा, ”नेतन्याहू सरकार ने इस हत्या की निंदा की है।”
फिलीस्तीन के अधिकारियों ने कहा कि यह हत्या का संकेत है कि इजराइल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद इजराइल ने इस क्षेत्र में फलस्तीनियों के विरोध प्रदर्शनों का दमन तेजी से किया है। स्टिन लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन (पीएलओ) के रसायनज्ञ हुसैन अल-शेख ने ‘एक्स’ पर लिखा, फल यह हत्या ”कब्जाधारी सेना द्वारा प्रतिदिन जाने वाले अपराधियों की श्रृंखला में एक और अपराध है। (पी)
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