पेरिस ओलंपिक 2024 नीरज चोपड़ा: फ्रांस की राजधानी पेरिस पूरी तरह से सजधज कर तैयार है। ओलंपिक 2024 का आरंभ होने में अब कुछ ही समय बाकी है। खिलाड़ी अपने-अपने परिचितों को अंतिम रूप देने के लिए तैयार हैं। भारतीय दल भी अब वहां पहुंच चुका है। इस बार भारत के कई एथलिट मेडल मेडल के विजेता हैं। इनमें से पहला और सबसे बड़ा नाम नीरज चोपड़ा का ही है। पूरे भारत को उम्मीद है कि पिछली बार की तरह इस बार भी नीरज भारत को गोल्ड दिलाएंगे। अगर वे ऐसा करने में सफल हो गए तो सामान्य ही हो जाएंगे। इससे पहले ओलंपिक के इतिहास में कुछ ही ऐसे एथलीट थे, जब कोई जेवलिन थ्रो करने वाला एथलीट अपने गोल्ड को लेकर सुरक्षित साबित हो रहा था।
नीरज चोपड़ा गोल्ड मेडल के दावेदार
पेरिस ओलिंपिक में नीरज चोपड़ा एक बार फिर भारत के लिए पदक के सबसे प्रबल दावेदार हैं। टोक्यो ओलंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने वर्ल्ड रैंकिंग 2023 में भी गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। इतना ही नहीं वे डायमंड लीग 2022 में भी गोल्ड जीत चुके हैं। उन्होंने 2022 के एशियन गेम्स में भी गोल्ड मेडल जीता था। यानी लगातार गोल्ड पर गोल्ड मेडल के बाद नीरज एक तरह से गोल्ड बॉय बन गए। भारतीयों की दिली इच्छा है कि वे अपने गोल्ड में एक और मेडल शामिल करें।
जेनजेनी ने लगातार तीन बार भाला फेंक में ओलंपिक गोल्ड जीता
ओलम्पिक के एक बहुत लंबे इतिहास की बात करें तो इसमें चेक रिपब्लिक के भाला जैसे खिलाड़ी जान जेलेजनी ने लगातार तीन बार गोल्ड मेडल हासिल किया है और सबसे ज्यादा बार अपने खिताब को बरकरार रखा है। वह ओलम्पिक के साथ-साथ विश्व रैंकिंग में भी अपने खिताब को बरकरार रखते हुए रिकॉर्ड बना चुके हैं। उनका रिकॉर्ड तोड़ना बहुत मुश्किल है। हालाँकि, अगर नीरज एक बार भी गोल्ड मेडल में सफल रहते हैं तो वह जेलज़नी के थोड़ा करीब जरूर आ सकते हैं। नीरज से पहले नॉर्वे के एंड्रियास थॉर्किल्डसेन ने 2004 और 2008 में अपने खिताब को खोजा था। इससे पहले ऐसा प्रदर्शन 1908 और 1912 में एरिक लेमिंग और 1920 और 1924 में फिनलैंड के जॉनी मायरा ने किया था। तब 1924 का ओलंपिक भी पेरिस में हुआ था।
नीरज चोपड़ा करने का प्रारूप 90 मीटर का थ्रो
इस ओलंपिक में नीरज 90 मीटर की थ्रो को भी जानें। जेन जेलेनी का नाम ही 98.48 मीटर का थ्रो का वर्ल्ड रिकॉर्ड है, जो उन्होंने जर्मनी में एथलेटिक्स प्रतियोगिता के दौरान बनाया था। विश्व में टॉप-5 भला थ्रो की बात करें तो तीन जगहों पर जेनजेनी का ही नाम है। नंबर एक के अलावा वह नंबर चार और पांच स्थान पर भी हैं। जर्मनी के जोहान्स वेटर 97.76 मीटर और 96.29 मीटर थ्रो क्रॉल के साथ दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं। यानी विश्व में टॉप-5 जैवलिन थ्रो (पुरुष) क्रूरता के मामले में सिर्फ दो खिलाड़ियों का ही कब्जा है। भारत ने पेरिस ओलंपिक में 117 खिलाड़ियों की टीम भेजी है, जिसमें एथलेटिक्स में सबसे ज्यादा 29 खिलाड़ी शामिल हैं।
(आईएएनएस इनपुट्स)
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