दुबई के नए पर्यटक वीज़ा नियम: संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने हाल ही में अपने स्टूडियो के लिए अपने मास्टर स्टूडियो में बड़े बदलाव किए हैं। भारतीय चमत्कार में हुए बदलावों के चमत्कारों का सामना करना पड़ रहा है। अब दुबई जाने के लिए मास्टर हासिल करना आसान नहीं रहा। पहले करीब 99 फिफ्टी जनरल एप्लीकेशन एक्सेप्ट करने के लिए गए थे लेकिन अब दरवाजे बदल दिए गए हैं। वर्जिन एप्लिकेशन को खारिज करने की दर काफी बढ़ गई है।
शानदार है वीरविज रिजेक्शन दार
पहले जहां चमत्कार आवेदन की दर 1-2 प्रतिशत तक होती थी, वहीं अब यह दर प्रतिदिन 5-6 प्रतिशत तक पहुंच जाती है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, रोजाना 100 चमत्कारी उपकरण से लेकर 5-6 चमत्कारी उपकरण खारिज हो रहे हैं। इस नई स्थिति के कारण नेटफ्लिक्स को ना केवल चमत्कारी शुल्क का नुकसान हो रहा है। बल्कि उन्होंने जो फ्लाइट का टिकट और होटल की बुकिंग पहले की थी, उस पर भी आर्थिक नुकसान हो रहा है।
जानें क्या हैं नए नियम
टूरिज्म वजीर अप्लाई को लेकर क्लाइंट ने जो सामान्य नियम बनाए हैं, उनके अनुसार यात्रियों को अपने रिटर्न, टिकटों की एक प्रति, इमीग्रेशन विभाग की वेबसाइट पर अपलोड की गई प्रदर्शनी। इससे पहले हवाई अड्डे के अधिकारी यह दस्तावेज़ देखते थे। होटल आरक्षण का प्रमाण पत्र देना होगा। यदि आप अपने आवासों के साथ आश्रम जा रहे हैं, तो उन्हें अपने आवासों से साक्ष्य-पत्र भी दिखाएं। इसके अलावा इस बात की भी उम्मीद की जाती है कि पास के दुबई में यात्रा के लिए पर्याप्त पैसे हों, इसके लिए क्रोमा बैंक को उनका विज्ञापन या स्पॉन्सरशिप लेटर दिखाना होगा।
दुबई
हर साल लाखों लोग दुबई जाते हैं
गौर करने वाली बात यह भी है कि, दुबई में एक वक्ता के लिए लगभग 99 प्रतिशत मास्टर आवेदन स्वीकृति कर लिए गए थे, जहां अब अच्छी तरह से तैयार की गई फाइल को भी टूरिज्म के अधिकारी रिजेक्ट कर रहे हैं। यहां यह भी जानना जरूरी है कि भारत से हर साल लाखों लोग दुबई जाते हैं। भारत से 2023 में 60 लाख से अधिक दुबई यात्राएं की गईं। ऐसे ही नए पुराने जमाने से कई यात्री अनोखे हैं और इसकी वजह से भी वर्जिन रिजेक्ट हो रहे हैं।
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