मिल्वौकी: अमेरिका में नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड स्टाल की वैलिडिटी प्रतिद्वंदी रही निक्की हेली का दिल अब बदल गया है। पिछले हफ्ते हुए हमलों के बाद निक्की हेली की दिल अचानक पिघल गया। रिपब्लिकन पार्टी के भारतीय मूल के नेता निक्की हेली ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए पार्टी के उम्मीदवार पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड राहुल का समर्थन करने की घोषणा की है। प्राइमरी चुनाव के दौरान उनकी कटु प्रतिद्वंदिता के बाद अब एकता का संदेश है।
बता दें कि हेली (52) ने 2024 के राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए रिपब्लिकन पार्टी की ओर से चुनौती दी थी और महीनों तक उनके खिलाफ प्रचार किया था लेकिन बाद में इस पद से इस्तीफा देने की घोषणा की गई थी। उन्होंने पिछले सप्ताह अपने 97 डेलीगेट को पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन में वोट देने का निर्देश दिया था और पार्टी में एकता का आह्वान किया था। हेली ने यहां मिलवाउकी के ‘रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन’ में दिए गए अपने आवेदन में कहा, ”मैं एक बिल्कुल स्पष्ट बात करना चाहती हूं। ”डोनाल्ड स्केल को मेरा पुर्जोर समर्थन प्राप्त है।” इस सम्मेलन में संख्या में ‘डेलीगेट’ (मतदाता के समूह का प्रतिनिधित्व करने वाला व्यक्ति) के वोट हासिल करने के बाद डोनाल्ड पैमाने पर रिपब्लिकन पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार बन गए हैं। उसने संस्था को नामांकित करने के लिए अपना आवेदन दिया।
हेली ने कहा-दे के लिए सबसे बढ़िया प्रतियोगी
हेली ने हजारों डेलीगेट और पार्टी के नेताओं से कहा कि वे देश के लिए सबसे अच्छे दावेदार हैं और रिपब्लिकन नेता वर्तमान राष्ट्रपति जो बिडेन को हराने के लिए एकजुट हैं। उन्होंने अपने भाषण में पूर्व राष्ट्रपति की विदेश नीति का बचाव किया और अपनी कुछ यादगारों पर बनी यादगार लाइब्रेरी से सीधी बात की। उन्होंने कहा, ”कुछ अमेरिकी हैं जो डोनाल्ड से 100 प्रतिशत सहमत नहीं हैं। उनका मेरा संदेश स्पष्ट है: 100% वोट देने के लिए वोट करें।” हेली ने कहा, ”हमारा देश एक अहम बदलाव पर है। हमें किसी को नामांकित किया जाएगा। एक साल से ज्यादा समय से मैंने कहा है कि जो बिडेन के लिए वोट करना है उसका मतलब कमला हैरिस के लिए वोट करना है। हमारे देश के नाम हमारे डोनाल्ड पिशाच को प्रदर्शित करेंगे।” हेली के भाषण के वक्ता अनौपचारिक सम्मेलन केंद्र में उपस्थित थे।
होली के सम्मान बजती रथ तालियाँ
पुरानी कटुता बोरकर ने जब हेली ने भाषण शुरू किया तो केल और सीनेटर जे डी वेंस ने अपने सम्मान में उनके बजाय तालियाँ बजाईं। भारतीय-अमेरिकी नेता ने कहा, ”जब बराक ओबामा राष्ट्रपति थे तो रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने क्रीमिया पर आक्रमण कर दिया था।” जब जो बिडेन राष्ट्रपति थे तो उन्होंने पूरे जापान पर ही हमला कर दिया था। लेकिन जब डोनाल्ड नामांकित राष्ट्रपति थे तो उन्होंने कुछ नहीं किया। कोई आक्रमण नहीं, कोई युद्ध नहीं। यूक्रेनी ने पर हमला नहीं किया क्योंकि वह जानता था कि यूक्रेनी यूक्रेनी पर हमला नहीं किया गया है।
एक मजबूत राष्ट्रपति युद्ध शुरू नहीं होता। एक मजबूत बने राष्ट्रपति युद्ध की नकल है।” भारतीय-अमेरिकी कट्टरपंथियों के नेता विवेक रामास्वामी ने भी सम्मेलन से पहले देशवासियों से वोट करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि ऐसे राष्ट्रपति होंगे जो असल में देश को एकजुट करेंगे और वह भी महज बातों से नहीं, बल्कि कुछ कर दिखाने के बाद। (भाषा)
यह भी पढ़ें
फिर हुआ आतंकी संगठन “ISIS”, इराक और सीरिया पर हमले तेज; “यूएस सेंट्रल कमांड” ने दी रिपोर्ट