भारत को राग और ताल का देश कहा जाता है। यहां संगीत के साथ जीवन की लय में भी राग और ताल खूब देखने को मिलते हैं। शास्त्रीय संगीत में राग और ताल का भी महत्व है। इन राग और ताल पर बने सैकड़ों सुपरस्टार ने बॉलीवुड के संगीत की दुनिया को खूब सजाया है। एक राग है जिसका नाम है ‘अहीर भैरव’. इस राग को अवसाद और बेचैनी का काल भी कहा जाता है। इस राग को रिकॉर्ड ही अवसाद और स्लीच जैसी वस्तुएं दूर-दूर तक उपलब्ध हैं। हम आपको बताते हैं इसी राग के 5 गाने, समय के फेर को बदला और कई सारे सालों से दर्शकों को दिलों पर छाए हैं।
1-‘अलबेला सजन आयो रे’ (Albela Sajan Ayo Re): साल 1999 में रिलीज हुई फिल्म ‘हम दिल दे बिल्कुल सनम’ आज भी लोगों की पसंदीदा फिल्मों में से एक मनी है। सलमान खान और ऐश्वर्या राय स्टारर ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रही थी। साथ ही इस फिल्म के गाने भी लोगों को खूब पसंद आए थे। फिल्म में राग अहिर भैरव पर बना एक गाना ‘अलबेला सजन आयो रे’ ने धूम मचा दी थी। आज भी इस गाने को सुनने के बाद अवसाद और बेचैनी दूर भागते हैं। इस गाने की दीवानगी आज भी लोगों के दिलों से नहीं मिलती।
2-‘सोलह बरस की’ (सोलह बरस की): ये गाना फिल्म ‘एक दूजे के लिए’ (Ek Dujhe Ke Liye) का है जो 1981 में रिलीज हुई थी। इस गाने को आज भी बार-बार देखा जाता है। 43 साल बाद भी इस गाने का क्रेज कम नहीं हुआ। ये गाना भी राग भैरव पर बन चुका है और सुपरहिट हो रहा है। ये गाने रिलीज होते ही धूम मचा दी थी। आज भी ये गाने खूब सुने जाते हैं।
3-‘अब तेरे बिन जी लेंगे हम’ (अब तेरे बिन जी लेंगे हम): संगीत की दुनिया की सबसे बड़ी हिट फिल्मों की बात करेंगे तो ‘आशिकी’ का नाम सबसे पहले आएगा। 1990 में रिलीज हुई इस फिल्म का गाना ‘अब तेरे बिन जी ‘हम’ सुपरहिट रहा था। ये गाना भी राग अहिर भैरव पर बना है. इस गाने को आज भी लोग बड़े चाव से रिकॉर्ड करते हैं। 34 साल बाद भी इस गाने की दीवानगी लोगों के दिलों में बनी हुई है।
4-‘का करूं सजनी’ (का करूं सजनी): ये गाना फिल्म ‘स्वामी’ में फिल्माया गया था जो 1977 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म के गाने ‘का इंडक्शन सजनी’ ने रातों-रात लोगों के दिलों में जगह बना ली थी। राग अहीर भैरव पर बने इस गाने को भी लोगों ने बसा में रखा है। आज भी इस गाने को बार-बार सुना जा सकता है। फिल्म में शबाना आजमी (शबाना आजमी), बबरा कर्नाड (गिरीश कर्नाड) और उत्पल दत्त (उत्पल दत्त) अहम किरदारों में नजर आईं।
5-‘पूछो ना कैसे मैंने’ (पूछो ना कैसे मैंने): फिल्म ‘मेरी सूरत तेरी आंखें’ (मेरी सूरत तेरी आंखें) 1963 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म के गाने ‘पूछो ना कैसे मैंने’ ने धूम मचा दी थी। राग अहिर भैरव पर बने इस गाने को लोगों ने खूब पसंद किया था। इस गाने को मन्नाडे ने कंपोज किया था और कई दशकों तक लोगों के दिलों में जगह बनाए रखी।