अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ अब हिंसक हो चुकी है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक चुनावी रैली के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई। भगवान की जान बाल-बाल सामान क्योंकि गोली उनके कान को चिरते हुए निकल गई। इस घटना के बाद अमेरिका समेत पूरी दुनिया में हंगामे का दौर शुरू हो गया है। वहीं, इस जानलेवा हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो रूट ने राष्ट्र के नाम पर शपथ ली है। आइए जानते हैं कि जो मरे ने इस मुद्दे पर क्या कुछ कहा।
हिंसा का जवाब नहीं है?
कहा जाता है कि एक पूर्व राष्ट्रपति को गोली मार दी गई और एक अमेरिकी नागरिक की हत्या कर दी गई। अमेरिका को उस रास्ते पर नहीं जाना चाहिए जिस पर हम अपने इतिहास में पहले भी जा चुके हैं। निर्देशक ने कहा कि हिंसा का कभी भी जवाब नहीं मिल रहा है। चाहे वह कांग्रेस सदस्यों को गोली मारना हो, 6 जनवरी को कैपिटल हिल पर हमला हो, नैन्सी पेलोसी के पति पर हमला हो, चुनाव अधिकारियों को धमकाया हो, तत्कालीन गवर्नर के खिलाफ अपहरण की साजिश हो या फिर डोनाल्ड ट्रम्प की हत्या का प्रयास हो। अमेरिका में इस प्रकार की हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है।
लोग कोई धारणा नहीं बनाए- जो सिद्धांत
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने राष्ट्र के नाम दूत में कहा कि ईश्वर की हत्या का प्रयास एक राष्ट्र के रूप में हमारी सभी चुनौतियों के विपरीत है। गाइड ने कहा कि हमले पर गहन और त्वरित तरीके से जांच करने का निर्देश दिया गया है। असल में अमेरिकी लोगों से ये भी कहा गया कि हत्या के प्रयास को लेकर अटकलें न लगाएं। उन्होंने कहा कि हमलावर के इरादे या किसी संगठन या व्यक्ति से संबंध के बारे में कोई धारणा नहीं बनाई जा सकती।
चुनाव में दांव बहुत आभारी-
आप जानते हैं, इस देश में राजनीतिक रिकॉर्ड बहुत गर्म हो गया है। अब ठंडा होने का समय है और ऐसा करना हम सभी की जिम्मेदारी है। मुखिया ने कहा कि हमने उम्मीदों को गहराई से महसूस किया है। इस चुनाव में दांव बहुत बड़े हैं। बुआ ने कहा कि मैंने कई बार कहा है कि इस चुनाव में हम जो चुनेंगे, वह आने वाले दशकों में अमेरिका और दुनिया के भविष्य को आकार देगा।