जापान रॉकेट विस्फोट: जापान में पहली बार किसी निजी क्षेत्र की कंपनी ने डिज़ाइन बनाया। लेकिन जापान की पहली प्राइवेट कंपनी का डिज़ाइन लॉन्च होने के कुछ देर बाद ही विस्फोट से चकनाचूर हो गया। जापान में पहली बार ऐसा हुआ कि किसी निजी कंपनी ने अंतरिक्ष की कक्षा में डिजाइन तैयार किया और उसे प्रक्षेपित किया, लेकिन प्रक्षेपित करने के कुछ देर बाद ही विस्फोट हो गया।
जानकारी के अनुसार ऑनलाइन वीडियो में देखा जा रहा है कि ‘कैरोस’ रॉकेट को मध्य जापान के वाकायामा प्रांत के अपतटीय क्षेत्र से प्रक्षेपित किया जाता है, लेकिन उड़ान भरने में ही कुछ सेकंड में विस्फोट हो जाता है। इलाक़े में ज्वालामुखी का भारी गुबार देखा गया और कुछ जगहों पर आग की लपटें स्टॉकिंग्स देखी गईं।
प्रक्षेपण में पहले ही कई बार हो गई थी देरी
वीडियो में देखा जा रहा है कि आग्नेयास्त्र के प्रयास में उस स्थान पर पानी डाला जा रहा है। यह डिज़ाइन जापान की राजधानी टोक्यो में स्थित स्टाम्प-अप ‘स्पेस वन’ का था और इससे कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई। जापानी मीडिया की खबरों के मुताबिक, पहले भी कई बार डिलेंज हो चुका था और आखिरी बार शनिवार को एक जहाज को खतरे वाले क्षेत्र में देखने के बाद लॉन्च किया गया था। यदि यह सफल हो जाता है, तो ‘स्पेस वन’ स्पेस के क्लास में डिज़ाइन प्रोजेक्ट वाली पहली निजी कंपनी है।
अमेरिका की निजी कंपनी का चंद्रयान भी पलट गया था
इससे पहले अमेरिका की एक निजी कंपनी ने मून पर यान उतारा था। यह पहला मौका था जब कोई निजी कंपनी का यान मून पर उतरा हो। हालाँकि यह अंतरिक्ष यान चंद्रमा की सतह पर उतरने के बाद पलट गया था। इससे चिंता का रोग हो गया। करीब 50 साल बाद कोई अमेरिकी अंतरिक्ष यान चंद्रमा की धरती पर उतरा था। वह चंद्रायन की भी प्राइवेट कंपनी है, जिसका नाम ओडिसियस लैंडर है। जब वह मून की सतह से उतरा तो कुछ खास के सदस्यों की टीम का अंतरिक्ष यान से संपर्क टूट गया था। नासा ने बताया था कि उतरते समय मून लैंडर ओडिसियस का एक पैर मून फंस गया था। इसके एक सप्ताह बाद चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाले ओडिसियस ने काम करना बंद कर दिया था।