रोग X पर WHO: कोरोना महामारी के बाद से ही वायरल बीमारी की प्रतिकृति में बेहद सतर्कता हो गई है। कोरोना महामारी का दंश पूरी दुनिया ने देखा। अब ऐसी ही एक बीमारी ‘डिसिज एक्स’ ने दुनिया को चौंका दिया है। ये डर इसलिए भी है क्योंकि खुद विश्व स्वास्थ्य संगठन वाइली अंकल ने इस बीमारी को लेकर लोगों को आगाह कर दिया है, चेताया है कि ये बीमारी कोरोना महामारी से भी 20 गुना ज्यादा खतरनाक हो सकती है। हम जानते हैं कि कोरोना का कहर पूरी दुनिया पर किस कदर बरपा था।
मोटरसाइकिल ने स्पष्ट किया कि इस बीमारी के प्रति पहले से ही जागरूकता आ रही थी, हाल ही में दावोस सम्मेलन में भी मोटरसाइकिल के मोटरसाइकिल ने यही बात कही थी।
इस बीमारी की घातकता को देखते हुए, पीएम के आदेश पर टेड्रोस घेबियस ने दुबई के देशों से एक साथ आने और घातक बीमारी एक्स से एक ‘महामारी संधि’ पर हस्ताक्षर करने की अपील की है। ओक्लाहोमा ने कहा है कि इस बीमारी के खतरे को देखते हुए वैश्विक स्तर पर स्कूली शिक्षा की जरूरत है। कहा जाता है ये नई बीमारी के खतरे का रहस्य यह बताया जा सकता है कि इस कोरोना महामारी से 20 गुना ज्यादा मौतें हो सकती हैं।
दावोस में क्या बोले स्टॉकहोम घेबियस?
दावोस में विश्व आर्थिक मंच पर धूम मचाने वाले टेड्रोस घेबियस ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि दुनिया इस खतरे को समझेगी और सभी देश इस साझा शत्रु से लड़ेंगे और एक समान पर पहुंचेंगे। उन्होंने कहा, ऐसी चीजें हैं जो अज्ञात हैं और सस्ती हो सकती हैं। इसलिए हमें अनिवार्य रूप से एक तैयारी रखने की आवश्यकता है, जिसके बारे में हम नहीं जानते हैं।’
कोविड महामारी की घातकता पर कही ये बात
घेबियस ने कहा कि कोविड के दौरान हममें से बहुत से लोगों को पता चला क्योंकि हम इस महामारी के लिए तैयार नहीं थे। अगर पहले उनका प्रबंधन हुआ तो उन्हें ऑफिस भेजा जा सकता था। ‘डिसिज एक्स’ को लेकर हमें फिर से ऐसी कोई गलती नहीं करनी चाहिए।
जानिए क्या है ये बीमारी?
2018 में इस शब्द ‘डिसिज एक्स’ का पहली बार प्रयोग किया गया। यह कोई बड़ी या विशिष्ट बीमारी नहीं है, बल्कि COVID 19 जैसा ही एक वायरस का नाम है। यह कोई नया एजेंट, वायरस, बैक्टीरिया या फिर किसी भी तरह का ज्ञात इलाज का फंगस हो सकता है। ग्लोबल हेल्थ ऑर्गनाइजेशन ने इस अज्ञात बीमारी को सीओवीआईडी 19, इबोला, लासा बुखार, निपाह वायरस और जीका वायरस के बीच ही शुरू कर दिया है, क्योंकि इन सब से पहले से ही सबसे ज्यादा खतरे हुए हैं।
नवंबर 2022 की रिलीज़ रिपोर्ट में कही ये बात
नवंबर 2022 की रिपोर्ट में कहा गया है कि ‘डिसिज एक्स’ में एक अज्ञात रोगजनक को शामिल किया गया है, जो एक गंभीर अंतरराष्ट्रीय महामारी का कारण बन सकता है। साल 2020 में यूके के वैक्सीन टास्कफोर्स की भर्ती करने वाली केट बिंघम ने एक इंटरव्यू में कहा था कि डिसीज एक्स वायरस 100 साल पहले यानी 1919 और 1920 में फ़्लोरिडा स्पैनिश फ़्लू घातक और विनाशकारी भी हो सकता है। क्योंकि स्पैनिश फ्लू ने दुनिया में 50 करोड़ से ज्यादा लोगों की जान ले ली थी।