अनुराग कश्यप अपनी डार्क और जबरदस्त एक्शन फिल्मों के लिए जाते हैं जो अक्सर सामाजिक और राजनीतिक संगीत को पेश करते हैं। 10 सितम्बर, 1972 को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में मग़रिब कश्यप ने अपनी फिल्मों की कहानियाँ, साहसिक किरदारों और सामाजिक स्मारकों की बेबाक खोज के साथ हिंदी सिनेमा में अपनी एक जगह बनाई है। वह आज मशहूर फिल्म अभिनेत्रियों में से एक हैं और उनकी फिल्मों को कई पुरस्कार मिले हैं, जिनमें सर्वश्रेष्ठ उत्कृष्ट फिल्म के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी शामिल है। फिल्म निर्माता ने कुछ फिल्मों में अभिनय भी किया है और हाल ही में नवाजुद्दीन शेखावत अभिनीत फिल्म ‘हड्डी’ में देखा था, जिसमें वह एक साहसी, निर्दयी खलनायक की भूमिका में नजर आये थे।
वैज्ञानिक आज भी प्रसिद्ध फिल्म निर्माता नहीं हैं
अनुराग कश्यप आज 52 साल के हो गए हैं। अनुराग कश्यप ने अपनी 26 साल की करियर में कई बेहतरीन फिल्मों का निर्देशन किया है। 18 साल की उम्र में मशहुर राइटर अपने करियर की शुरुआत करने वाले अनुराग कश्यप अब फिल्म निर्माता बन गए थे, लेकिन उनका संदेह था कि वह वैज्ञानिक बन गए और इसलिए उन्होंने दिल्ली के हंसराज कॉलेज में भी दाखिला ले लिया। उनकी किस्मत ऐसे पलटी की उनकी एंट्री चाचौंध से भरी इस दुनिया में हो गई।
अनुराग कश्यप इस फिल्म से बने स्टार
साल 1998 में रिलीज हुई फिल्म ‘सत्या’ से अनुराग कोलॉजिक नेम फेम मिला था। इस फिल्म की स्क्रिप्ट अनुराग कश्यप ने ही लिखी थी। इसके बाद अनुराग ने कई बेहतरीन फिल्में लिखीं। देखिए-देखते अनुराग कश्यप राइटिंग के साथ डायरेक्शन भी करने लगें। अनुराग कश्यप ने अपनी फिल्म ‘पांच’ के लिए सब्सक्रिप्शन ट्रांसफर किया। हालांकि ये फिल्म कभी रिलीज नहीं हो पाई। इस फिल्म में केके मनन नजर आने वाले थे। अनुराग की रोमांटिक फिल्म ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ माइल्स का पत्थर साबित हुई। अनुराग कश्यप की हिट फिल्में और सीरीज में ‘देव डी’, ‘गुलाल’, ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’, ‘बॉम्बे टॉकीज’, ‘अगली’, ‘रमन राघव 2.0’ और ‘मनमर्जिया’ हैं जो आज भी लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हैं। है.