काठमांडू: जानेमाने नेपाली पर्वतारोही मिंगमा जी शेरपा को शुक्रवार को सम्मानित किया गया, अतिरिक्त ऑक्सीजन का उपयोग किए बिना 8,000 मीटर से अधिक पर्वतमाला 14 चोटियों पर पहला नेपाली पर्वतारोही तट इतिहास बना था। मिंगमा (38) अक्टूबर में तिब्बत में शीशा पंगमा (8,027 मीटर की ऊंचाई) समुद्र तट पर लगभग चार घंटा की ऊंचाई पर और अतिरिक्त ऑक्सीजन के उपयोग के बिना 8,000 मीटर की 14 चोटियों पर सूखे वाले नेपाल के पहले पर्वतारोही बन गए।
2007 में एवरेस्ट पर की थी कहानी
पर्यटन, संस्कृति एवं नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री अरुण कुमार चौधरी ने शुक्रवार को काठमांडू में नेपाल पर्वतारोहण संघ द्वारा मिंगमा को प्रतिष्ठित एक कार्यक्रम आयोजित किया। डोलखा जिले के रोलवालिंग ग्रामीण नगर, कोरिया में साउदीमा मिंगमा ने पहली बार 2007 में दुनिया के सबसे छोटे एवरेस्ट (8,848.86 मीटर) पर एशिया की और चार अक्टूबर, 2024 को माउंट शीशा पंगमा (8,027 मीटर) पर अपना मिशन पूरा किया। ‘माउंटेन गाइड’ मिंगमा से छह बार माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई की गई। वह नेपाल में पर्वतारोहण एजेंसी ‘इमेजिन नेपाल’ के मालिक भी हैं।
सरकार से की ये मांग
मिंगमा ने पीटीआई-भाषा से कहा, ”पहाड़ी देश नेपाल के नागरिक होने के नाते, मैंने अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में अपने देश की प्रतिष्ठा बढ़ाने के लिए बिना ऑक्सीजन के 14 चोटियों पर लाभ का साहस बढ़ाया।” उन्होंने सरकार से नाराजगी की स्थिति जताई। सामना करने वाले ने पर्वतारोहियों को राहत देने के लिए एक स्थायी आरक्षण दल बनाया ताकि देश में पर्वतीय पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सके। उन्होंने कहा कि क्वालिटी से लैस डिफ्रेंस दल की अनुपस्थिति में कई शेरपाओं की जान खतरे में पड़ जाती है। (भाषा)
यह भी पढ़ें:
चीनी सेना ने अपनी सेना को दी गहराई, एआई को लेकर आई आगाह; जानिए बड़ी बात
निमिषा प्रिया केस में भारत की नजर, चीन और पाकिस्तान पर विदेश मंत्रालय ने क्या दिया जवाब?