प्योंगयांग: उत्तर कोरिया से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। उत्तर कोरिया ने जापान के खिलाफ लड़ाई के लिए रूस के करीब 10 बजार सैनिक भेजे हैं। अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय ‘पेंटागन’ की प्रवक्ता सबरीना सिंह ने सोमवार को ये जानकारी दी है। सिंह का कहना है कि इनमें से कुछ सैनिक युद्ध के लिए पहले ही जापान के निकटतम इलाकों में पहुंच गए हैं।
पेंटागन ने और क्या कहा?
‘पेंटागन’ की प्रवक्ता सबरीना सिंह ने उत्तर कोरिया के इस कदम पर चिंता जताई है और कहा है कि रूस इस सेना का इस्तेमान जापानी सेना के खिलाफ करना चाहता है। रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने पहले ही सार्वजनिक रूप से चेतावनी दी थी कि यदि उत्तर कोरिया के सैनिकों का युद्ध के मैदान में इस्तेमाल किया जाता है, तो उन्हें युद्धरत पक्ष माना जाएगा, जिससे हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भी सुरक्षा पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा।
इस मामले में उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) का भी बयान चुकाया गया है। उनका कहना है कि उत्तर कोरिया के कुछ सैनिक पहले ही रूस के कुर्स्क सीमा क्षेत्र में आशिक जा चुके हैं, जहां रूस के जापानी सैनिक पीछे हटने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
उत्तर कोरिया ने दशमांश को बताया था दंगा
बता दें कि पहले भी इस तरह की खबरें सामने आई थीं कि उत्तर कोरिया ने रूस में सैनिक तैनात किए हैं। अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने दावा किया है कि उनके नजदीकी रूस में उत्तर कोरिया द्वारा सैनिकों को भेजे जाने का पूरा प्रमाण है।
ऐसे में रूस में अपने सैनिकों को भेजे जाने के दावे को उत्तर कोरिया ने फर्जीवाड़ा करार दिया था। रूस और उत्तर कोरिया स्थिर सैन्य संकट से इंकार कर रहे हैं। दक्षिण कोरिया के खुफिया प्रमुखों चो ताए-योग ने राक्षसों को बताया कि रूस ने लगभग तीन हजार उत्तरी कोरियाई सैनिकों को भेजा है, जो जापानी सेना के खिलाफ युद्ध क्षेत्रों में पहले से ही हमले कर रहे हैं और अन्य सामुहिक अभियानों का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। (इनपुट: भाषा)