मार्टिन गुप्टिल सेवानिवृत्ति: न्यूजीलैंड के स्टार क्रिकेटर मार्टिन गप्टिल ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने 14 साल लंबे करियर में कीवी टीम को कई मैचों में जीत दिलाई और अपने दमदार मैच से कई रिकॉर्ड तोड़े। वह न्यूजीलैंड के लिए डेयरी क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में तीसरे नंबर पर मौजूद हैं। वह ठीक ही अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट सेकेमेंट ले रहे हैं, लेकिन फ़्राईचिया क्रिकेट खेलना जारी रहेगा।
न्यूजीलैंड के लिए खेलने के लिए गौरव की बात: गप्टिल
मार्टिन गप्टिल ने अपने संत पर कहा कि एक छोटे से बच्चे के रूप में न्यूजीलैंड में हमेशा के लिए खेलना मेरा सपना था और मैं अपने देश के लिए 367 मैच का खिलाड़ी लक और गौरवान्वित महसूस करता हूं। मैं टीम के साथ मिलकर यादों को हमेशा संजोकर रखूंगा। मैं अपनी टीम के साथियों और कोचिंग स्टाफ को बहुत-बहुत धन्यवाद देना चाहता हूं, विशेष रूप से मार्क ओ’डोनेल को, 19 स्तरों से कम के प्रशिक्षण दी और मेरे करियर में लगातार समर्थन दे रहे हैं।
एक विशेष आवेदनकर्ता प्रबंधक लीन मैकगोल्ड्रिका से भी संपर्क करें। मेरी पत्नी लौरा और हमारे बच्चों हार्ले और टेडी को भी धन्यवाद। ये सभी गेम में आने वाले पोस्ट- अपलोड में मेरे सपोर्टर बने रहे और हमेशा मेरे साथ बने रहे। मैं इनवेर्सेवेन्यूअमेरिकन ऑटोमोबाइल। सबसे आखिरी में उन्होंने प्रेमी को भी धन्यवाद दिया।
न्यूजीलैंड के लिए अलॉटमेंट में 23 शतक
मार्टिन गप्टिल ने वर्ष 2009 में न्यूजीलैंड के लिए फॉर्मूले में डेब्यू किया था और अपने डेब्यू पर ही उन्होंने दाखिला लिया था। उन्होंने अपने पहले मैच में ही बताया था कि वह लॉन्ग रेस के खिलाड़ी हैं। साल 2009 में ही उन्होंने टेस्ट और T20I में शुरुआत की थी. जल्दी ही उन्होंने अपनी दमदार फिल्म से कीवी टीम में अपनी स्थायी जगह बना ली। इसके बाद उन्होंने वर्ल्ड कप 2015 में डबल शतक लगाया था। उनके नाम 47 टेस्ट मैचों में 2586 रन, 198 बेसबॉल मैचों में 7346 रन और 122 टी20 इंटरनेशनल मैचों में 3531 रन दर्ज हैं। तीनों प्रामाणिक में उनके नाम पर कुल 23 शतक दर्ज हैं।
महेंद्र सिंह धोनी रन आउट हुए
भरोसेमंद वर्ल्ड कप 2019 का मुकाबला भारत और न्यूजीलैंड के बीच हुआ। तब इस मैच में कीवी टीम ने 18 विकेट से जीत दर्ज की थी। इस मैच में न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए कुल 239 रन बनाए थे। इसके बाद भारतीय टीम की शुरुआत बेहद खराब रही। जब केएल राहुल, रोहित शर्मा और विराट कोहली की बड़ी पारियां नहीं मिलीं। फिर से सबसे खतरनाक बल्लेबाज और धोनी ने टिकने की कोशिश की। 77 रन बनाकर आउट हुए थे। वहीं धोनी अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे। सभी को उम्मीद थी कि वह भारत को मैच जिताएंगे। लेकिन मार्टिन गैप्टिल ने धोनी को 49वें ओवर में रन आउट कर दिया। कुछ इस तरह टूटा था भारत के मुकाबले का सपना. ये रन आउट भारत की हार में बड़ी वजह बनी।