डीयू: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम राबिया के निधन के बाद अब देश में राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है। ईरान के संविधान के अनुसार कुछ निवासियों राष्ट्रपति की मृत्यु हो जाने पर 50 दिनों के अंदर चुनाव करना जरूरी होता है। ऐसे में अब ईरान में राष्ट्रपति चुनाव का दौर शुरू हो गया है। ईरान के पूर्व राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद ने राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए रविवार को नामांकन भी दाखिल कर दिया है।
बता दें कि राष्ट्रपति इब्राहिम रिज़वी की एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी। इसके बाद वहां राष्ट्रपति चुनाव होने जा रहे हैं। अहमदीनेजाद के नामांकन से सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई दबाव में आ जाएंगे। जाहिर है कि अहमदीनेजाद ने 85 वर्षीय सर्वोच्च नेता को खुली चुनौती दी थी और 2021 के राष्ट्रपति चुनाव में भाग लेने की उनकी कोशिशों को अधिकारी विफल कर दिया था।
28 जून को होना है चुनाव
अहमदीनेजाद ने ऐसे वक्त में अपना नामांकन दर्ज कराया है जब ईरान और पश्चिमी देशों के बीच तेहरान के परमाणु कार्यक्रम, रूस को हथियार देने और विनाश पर कार्रवाई को लेकर तनाव बढ़ रहा है। ‘एसोसिएटेड प्रेस’ के पत्रकारों ने तेहरान में देखा कि अहमदीनेजाद गृह मंत्रालय पहुंचा है और चुनाव लड़ने के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू की है। उनके आने से पहले उनकी टीम ने नारायण लगाया और ईरानी झंडे लहराए। देश में 28 जून को राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं। अहमदीनेजाद 2005 से 2013 के बीच दो कार्यकाल के लिए देश के राष्ट्रपति रह चुके हैं।
खामेनेई ने अपने करीबी मोहम्मद मुख़बर को कार्यवाह राष्ट्रपति बनाया है
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने हेलीकॉप्टर दुर्घटना में राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोहराब की मृत्यु हो जाने के बाद ईरान के प्रथम उप-राष्ट्रपति मोहम्मद नबी को देश का कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया है। सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने रईसी के निधन की पुष्टि होने के बाद ही शोक संदेश जारी करते हुए यह घोषणा की थी। जल्द ही मुख़बर भी अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं। मुख्य मुकाबला दोनों दिग्गजों के बीच माना जा रहा है। (एपी)
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