बिज़नेस: अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने शुक्रवार को ईरान के साथ रूस के लिए मिसाइल डील को लेकर कड़ी चेतावनी दी है। इन देशों ने कहा है कि अगर जापान, ईरान के साथ युद्ध के लिए बैलिस्टिक मिसाइलें पेश करता है, तो उसकी योजना के साथ रूस आगे बढ़ता है, तो उसे नए आर्थिक विचारधारा का सामना करना पड़ेगा। रेजिडेंट प्रशासन कई महीनों से इस बात पर चिंता जता रहा है कि रूस ईरान से कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों की मांग कर रहा है क्योंकि मॉसटोक अपनी ऊंची उठी सैन्य साजो-सामान की स्मारिट को फिर से आलोचना के लिए संघर्ष कर रहा है।
ईरान एयर पर भी लग सकती है रोक
अमेरिका अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि ये मिसाइलें ईरान की ओर से रूस को पेश की गई हैं। लेकिन, अमेरिकी अधिकारी ईरानी अधिकारियों की छूट से चिंतित हैं, जिससे पता चलता है कि बैलिस्टिक मिसाइलों को लेकर यह सहमति बनी हुई है। संस्थान प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार जी-7 समूह के देश ईरान की सरकारी विमान कंपनी ईरान एयर को यूरोप के लिए उड़ान प्रतिबंध से प्रतिबंधित करने पर विचार कर रही है। बता दें कि ईरान पर अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों ने पहले ही सारा प्रतिबंध लगा दिया है।
ईरान के पास रूस के पास उपलब्ध सैन्य उपकरण थे
इससे पहले ईरान ने हिंद महासागर के दक्षिणी हिस्सों में रूस और चीन के साथ मिलकर संयुक्त नौसैन्य अभ्यास शुरू किया था। बता दें कि ईरान ने अमेरिका के साथ क्षेत्रीय तनाव के जवाब में चीन और रूस के साथ अपना सैन्य सहयोग बढ़ाया है। वह 2022 में यूक्रेन में सैन्य आक्रमण शुरू करने वाले रूस के लिए पहले सैन्य आक्रमण भी उपलब्ध थे। हाल के वर्षों में रूस और चीन के नौसैन्य स्टोर्स की ईरान यात्रा में भी वृद्धि हुई है। ऐसे में अगर ईरान और रूस के बीच में मिसाइल डील आगे बढ़ी है तो तनाव में दरार पड़ने की पूरी संभावना है।