इस्लामाबाद: भारत और पाकिस्तान के बीच किस तरह के संबंध से पूरी दुनिया वाकिफ है। आतंक के आका पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। इस बीच तीन महीने बाद पाकिस्तान में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक हो रही है। भारत भी इस संगठन का अहम सदस्य है। ऐसे में भारत इस बैठक में क्या हिस्सा लेगा या नहीं, इस पर अभी सवाल है। हालांकि, पाकिस्तान अपनी तरफ से भारत को निमंत्रण भेजने के लिए तैयार है।
सदस्य देशों के शासनाध्यक्षों को आमंत्रित करेगा पाक
बता दें कि, पाकिस्तान में अक्टूबर में आयोजित होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक की मेजबानी की जाएगी और समूह के सभी सदस्य देशों के शासनाध्यक्षों को आमंत्रित किया जाएगा। विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा कि एससीओ शासन अध्यक्ष परिषद (खाजी) की अध्यक्षता के रूप में पाकिस्तान इस साल अक्टूबर में एससीओ शासन अध्यक्ष की बैठक की मेजबानी करेगा।
पीएम मोदी को लेकर कही ये बात
यह पूछे जाने पर कि क्या पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पाकिस्तान आने और शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया जाएगा, बलोच ने कहा, ”इसकी अध्यक्षता पाकिस्तान के पास है, इसलिए राष्ट्रपति के रूप में हम एससीओ सदस्य देशों के सभी शासन अध्यक्षों को आमंत्रित भेजेंगे।” उन्होंने कहा, ”हमें उम्मीद है कि अक्टूबर में आयोजित होने वाली शासन अध्यक्षों की बैठक में एससीओ के सभी सदस्यों का प्रतिनिधित्व होगा।”
किसी गुट का हिस्सा नहीं बनेगा पाकिस्तान
मुमताज जहरा बलोच ने कहा कि अक्टूबर में आयोजित होने वाले शिखर सम्मेलन से पहले मंत्रिस्तरीय बैठकों और वरिष्ठ अधिकारियों की कई दौर की बैठकें होंगी, जिनमें एससीओ सदस्य देशों के बीच वित्तीय, आर्थिक, सामाजिक-सांस्कृतिक और मानवीय सहयोग पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। बलोच ने यह भी कहा कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय राजनीति में किसी गुट का हिस्सा नहीं बनेगा क्योंकि वह सभी देशों के साथ अच्छे संबंध रखने में विश्वास रखता है। (भाषा)
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